दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाकों में भड़की सांप्रदायिक हिंसा शांत हो चुकी है। हिंसा प्रभावित इलाकों में अभी भी सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है। वहीं इस हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इस घटना में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है।
हिंसा के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने अब तक 254 FIR दर्ज की है और 903 लोगों को हिरासत में लिया है। दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल (GTB) में 38 लोगों की मौत हुई है। वहीं लोक नायक अस्पताल में 3, जग परवेश चंदर अस्पताल में 1 और डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
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हालांकि अभी भी कई घायलों का इलाज चल रहा है। वहीं बीते रविवार को दिल्ली में फैली अफवाह ने लोगों के मन में भय पैदा कर दिया। रविवार शाम राजधानी के कई जिलों में हिंसा की अफवाह उड़ने से लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई जिसके बाद दिल्ली पुलिस को स्पष्ट करना पड़ा कि स्थिति शांतिपूर्ण है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकरी ने कहा कि असामाजिक तत्वों ने दंगे की अफवाह फैलाकर लोगों के बीच अफरा-तफरी मचाने का काम किया है। किसी भी इलाके में कोई घटना नहीं हुई है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शाहीन बाग में धारा 144 लागू
दिल्ली पुलिस ने दक्षिणपूर्वी दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में रविवार को एहतियात के तौर पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की, जहां कई महिलाएं संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दो महीने से अधिक समय से प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इलाके में धारा 144 भी लगा दी गई है।