नई दिल्ली : दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर होने वाले चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से करवाने के लिए सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) की 47 कंपनियां तैनात रहेगी। एक कंपनी में औसतन 100 जवान होते हैं। इनके अलावा दिल्ली पुलिस के 39 हजार से अधिक पुलिसकर्मी को चुनाव में लगाया गया है जबकि दिल्ली पुलिस के करीब 37 हजार जवान सपोर्टिंग ड्यूटी पर रहेंगे। इस दौरान हर थाने में 33 प्रतिशतपुलिसकर्मियों को छोड़कर सभी की ड्यूटी चुनाव में लगाई जाएगी।
ऐसे में दिल्ली पुलिस के 67 प्रतिशत जवान चुनाव की ड्यूटी में निभाएंगे। मुख्य चुनाव अधिकारी दिल्ली कार्यालय के अनुसार, इस बार दिल्ली के 13,819 मतदान केंद्रों पर पुलिसकर्मियों के अलावा 13 हजार होमगार्ड के जवानों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इनमें 4,000 होमगार्ड दिल्ली के होंगे। वहीं 9 हजार होमगार्ड राजस्थान और उत्तराखंड से बुलाए जा रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि 7,000 होमगार्ड राजस्थान से व उत्तराखंड से 2,000 होमगार्ड बुलाए गए हैं।
दिल्ली होमगार्ड के पास फिलहाल 4,000 जवान ही रिजर्व में हैं। इस कारण बाकी होमगार्ड के जवान को राजस्थान व उत्तराखंड से बुलाया गया है। दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. रणबीर सिंहने बताया कि दिल्ली के सातों लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव कराने संबंधी योजना पूरी तरह तैयार की जा चुकी है। मतदाताओं की सुविधा के लिए 2700 मतदान स्थलों पर 13819 बूथ बनाए गए हैं। जहां 1 लाख 44 हजार 207 कर्मचारियों को चुनाव की ड्यूटी पर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि 124 मतदान स्थल क्षेत्र ऐसे हैं जहां 10 से ज्यादा पोलिंग स्टेशन हैं।