नई दिल्ली : कैंसर से पीड़ित मरीजों को अब बेहतर उपचार के लिए दर-दर भटकने की जरूरत नहीं, दिल्ली सरकार नरेला में 500 बेड का कैंसर अस्पताल बनाएगी। इस अस्पताल के लिए दिल्ली सरकार की खर्च एवं वित्त समिति (ईएफसी) ने संबंधित प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। जल्द ही प्रोजेक्ट से जुड़े प्रस्ताव को कैबिनेट में लाया जाएगा।
इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि दिल्ली सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने का काम कर रही है। आने वाले समय में स्वास्थ्य के क्षेत्र में और भी नई योजनाएं देखने को मिलेंगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नरेला स्थित सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में ही कैंसर अस्पताल के लिए भवन का निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा।
अस्पताल के लिए बनाए गए प्रोजेक्ट के तहत यहां बेसमेंट सहित छह मंजिला इमारत बनेगी। इसके अलावा एक ओपीडी ब्लाॅक भी बनेगा। पहले से बने अस्पताल के चार ब्लाकों के ऊपर भी एक एक मंजिल बढ़ाई जाएगी। इस योजना पर 276 कराेड़ की राशि खर्च की जाएगी।
अस्पताल के निर्माण का काम शुरू होने पर योजना 15 माह में पूरी की जाएगी। इस अस्पताल में 200 बेड हैं जिसमें 573 बेड की संख्या और जोड़ी जा रही है। इन बेडों के बढ़ने के बाद यहां बिस्तरों की संख्या बढ़कर 773 की हो जाएगी। इसमें 500 बेड कैंसर अस्पताल के लिए होगा।
सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र में बढ़ेगी सुविधा… बाहरी दिल्ली के सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र में जल्द ही सुविधाओं का विकास किया जाएगा। कैंसर अस्पताल के साथ ट्रामा सेंटर व अन्य सुविधाएं बढ़ाने का फैसला लिया है।
700 बिस्तरों का हो जाएगा जग प्रवेश अस्पताल
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए दिल्ली सरकार ने शास्त्री पार्क स्थित जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में बिस्तरों को संख्या को 350 फीसदी बढ़ाने का फैसला लिया है। यह अस्पताल 200 बिस्तरों का हैं। जिसे बढ़ाकर 700 बिस्तरों का बनाया जाएगा।
दादा देव में तीन गुना हो जाएंगे बेड
डाबरी स्थित दादा देव मातृ एवं शिशु चिकित्सालय अस्पताल में बिस्तरों की संख्या तीन गुना तक बढ़ जाएगी। इस अस्पताल में बेड की संख्या 64 है जो बढ़कर 180 हो जाएगी।