नई दिल्ली : दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) ने किराए का टारगेट पूरा न करने पर नोएडा डिपो में कार्यरत एक संविदा कर्मी कडंक्टर पर पांच सौ रुपये का जुर्माना लगाया है। इस बाबत कंडक्टर को कारण नोटिस भी जारी किया है जिसमें किराए के टारगेट को पूरा न किया जाना डयूटी में लापरवाही माना गया है। इस बारे में कंडक्टर को तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है। नोटिस में टीआई (शैड्यूल) दिनेश कुमार की 9 दिसंबर को तैयार की गई रिपोर्ट का हवाला दिया गया है। इसमें कंडक्टर रतन सिंह को 8/32ए की डयूटी दी गई थी। उसका टारगेट 4800 रुपये तय किया था गया लेकिन डयूटी ओके होने के बाद भी रतन सिंह ने किराये के रूप में 964 रुपये ही अर्जित किये। यह किराया बहुत कम माना गया।
डिपो प्रबंधन ने इसे डयूटी में लापरवाही का मामला बताते हुए कंडक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया जिसमें उस पर पांच सौ रुपये का जुर्माना लगाया और तीन दिनों के भीतर नोटिस का जवाब देने को कहा गया। जब इस बारे में नोएडा डिपो के प्रबंधक जीके शर्मा से बात की कई तो उन्होंने इसकी जानकारी होने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में वे कुछ भी बोलने के लिए अधिकृत नहीं है। जबकि डिपो में कार्यरत अन्य कर्मियों ने बताया कि ड्राइवर एवं कंडक्टर का काम बस को हर स्टैंड पर रोककर सवारियां चढ़ाने एवं उतारने का है।
सवारियां बस में चढ़ रही हैं या नहीं यह उनका काम नहीं है। किसी भी यात्री को उसकी मर्जी के बिना बस में नहीं चढ़ाया जा सकता। उन्होंने कहा कि डीटीसी में कई तरह के पास चलते हैं। ज्यादातर लोग दैनिक या मासिक पास से यात्रा करना पसंद करते हैं। ऐसे में कभी किराया ज्यादा आता है कभी कम। जब ज्यादा किराया आने पर कोई इनाम नही दिया जाता तो कम किराया आने पर जुर्माना कैसे लग सकता है, यह गलत है।
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