महाराष्ट्र के वर्धा में स्थित सेना के आयुध डिपो के पास मंगलवार की सुबह गोलाबारूद उतारने के दौरान हुए विस्फोट में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई जबकि 10 लोग घायल हुए हैं। रक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुलगांव कस्बे में स्थित केन्द्रीय आयुध डिपो के पास ‘एक्सप्लोसिव डिमोलिशन ग्राउंड’ में सुबह करीब सवा सात बजे विस्फोट हुआ।
यह ग्राउंड सेंट्रल एम्युनिशन डिपो के नजदीक है। वर्धा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगले ने बताया कि हादसे के दौरान वहां ठेके पर काम करने वाले 10-15 मजदूर मौजूद थे। उन्होंने बताया, ”गोलाबारूद उतारने के दौरान एक बक्से में विस्फोट हुआ। हादसा खुली जगह में हुआ।”
पुलिस महानिरीक्षक (नागपुर रेंज) के. एम. एम. प्रसन्ना ने बताया कि चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ा। अधिकारी ने बताया कि जिले के पुलगांव में स्थित केन्द्रीय आयुध डिपो का डिमोलिशन ग्राउंड इस (डिमोलिशन) कार्य के लिए मध्यप्रदेश के खमरिया स्थित आयुध फैक्टरी को दिया गया है।
उन्होंने बताया कि गोलाबारूद को खमरिया आयुध फैक्टरी के, ठेके पर नियुक्त कर्मचारी नष्ट कर रहे थे। गड्ढे खोदने और विस्फोटकों के ऊपर बालू के बोरे डालने के लिए संविदा कर्मचारियों का उपयोग किया जाता है। उन्होंने बताया कि मरने वालों में खमरिया आयुध फैक्टरी के कर्मचारी और मजदूर दोनों हैं। प्र
सन्ना ने बताया कि घायलों को सावंगी गांव के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि घायलों में से एक की हालत बेहद नाजुक है, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हैं। अन्य छह को खतरे से बाहर बताया जा रहा है।
रक्षा अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के चन्द्रपुर और खमरिया आयुध फैक्टरियों के अधिकारी दुर्घटना के कारणों की जांच करने के लिए मौके पर पहुंच गए हैं। गौरतलब है कि पुलगांव के आयुध डिपो में 2016 में हुए विस्फोट में 16 लोग मारे गए थे।