नई दिल्ली : समाज में किन्नरों को समान दर्जा देने के लिए चुनाव आयोग ने मताधिकार का एक समान अधिकार दिया है। बावजूद इसके वह मतदात करने से दूरी बनाते हैं। शायद यही कारण है कि लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली के केवल एक चौथाई किन्नरों ने ही ‘सरकार कैसी हो’ इस पर अपना फैसला दिया था। लोकसभा चुनाव 2019 के आंकड़ों के मुताबिक केवल 23.46 फीसदी किन्नर ही लोकतंत्र के महापर्व में भागीदारी दी।
लोकसभा चुनाव के दौरान 24 विधानसभा ऐसे रहे जहां किन्नरों के वोट का खाता भी नहीं खुल पाया। हालांकि दिल्ली चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2019 के मुकाबले जनवरी 2020 में किन्नर मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 815 किन्नर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। दिल्ली चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक लोकसभा चुनाव 2019 चुनाव में किन्नर वोटर की कुल संख्या 669 थी।
इनमें से केवल 157 किन्नरों ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो वोट प्रतिशत का 23.46 फीसदी ही दर्ज किया गया। लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक चांदनी चौक विधानसभा में किन्नरों ने तेजी दिखाई। यहां पर 31 किन्नरों में से 15 लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया। दूसरे नंबर पर त्रिलोकपुरी विधानसभा रहा, जहां पर 11 किन्नरों ने लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेकर अपनी भागीदारी निभाई। वहीं तिमारपुर और सीमापुरी में 7-7 किन्नरों ने ही वोट डाला।
महिला-पुरुष वोटर में भी शामिल है किन्नरों का वोट
मंगलापुरी की किन्नर व एसोसिएशन की अध्यक्ष प्रियंका ने बताया कि किन्नरों को समाज में थर्ड जेंडर का दर्जा जरूर दिया गया है। लेकिन दिल्ली में ऐसे हजारों किन्नर हैं जिनका वोट पुरुष और महिला वर्ग के तहत बनाया गया है। लेकिन अब थर्ड जेंडर के तहत व्यवस्था की गई है। प्रियंका ने कहा कि दिल्ली की किन्नर चुनाव के दौरान बढ़- चढ़कर हिस्सा लेती है। चुनाव आयोग की नई सूची के आधार पर हम ये नहीं कह सकते हैं कि किन्नरों की भागीदारी चुनाव में नहीं रहती।
24 विधानसभा में एक भी किन्नरों ने नहीं डाला था वोट
लोकसभा चुनाव 2019 के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में 24 ऐसे विधानसभा हैं जहां एक भी किन्नरों ने वोट नहीं डाला। इन विधानसभाओं में शकूरबस्ती, वजीरपुर, मॉडल टाउल, बुराड़ी, सीलमपुर, गोंडा, करोलबाग, पटेल नगर, मोती नगर, कस्तूरबा नगर, ग्रेटर कैलाश, नरेला, मुंडका, मंगोलपुरी, रोहिणी, राजौरी गार्डन, हरि नगर, तिलक नगर, उत्तम नगर नजफगढ़, बिजवासन, छतरपुर व अंबेडकर है।