नई दिल्ली : दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के अनुबंधित कर्मचारियों को अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल करना महंगा पड़ा है। डीटीसी प्रबंधन ने हड़ताल पर कड़ा रुख अपनाते हुए आठ अनुबंधित कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इनमें कर्मचारियों की यूनियन आॅल कांट्रैक्चुअल एम्प्लाइज एकता मिशन के अध्यक्ष बाल्मीकि झा (बीबीएम डिपो), मनोज शर्मा (मायापुरी डिपो), मनोज कुमार(मायापुरी डिपो), ललित कुमार, (हसन पुर डिपो), अमित भाटी (हसनपुर डिपो), देव खारी (सुखदेव बिहार डिपो), राजेश कुमार (रोहिणी डिपो) और गिरीराज गिरी (नारायणा डिपो) शामिल हैं।
सोमवार को हड़ताल में शामिल होने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई के लिए डीटीसी के सीजीएम परिचालन सुभाष चंद्रा ने नोटिफिकेशन जारी कर आदेश दिए थे जिसमें कहा गया था कि हड़ताल में हिस्सा लेने वाले डीटीसी कर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद आठ कर्मचारियों को हटा दिया गया। यहां बता दें कि इन कर्मचारियों को डीटीसी ने गत पांच फरवरी को अर्धनग्न रैली निकालने के समय भी हटा दिया था।
वहीं मंगलवार को डीटीसी मुख्यालय से प्रदर्शन करते हुए कर्मचारी सचिवालय की ओर बढ़े लेकिन उन्हें राजघाट पावर प्लांट के पास मौजूद पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया। कर्मचारियों ने वहां कुछ देर बैठकर अपनी मांगों को दोहराया। इसके बाद डीटीसी कर्मी ने घोषणा की कि वे बुधवार से धरना-प्रदर्शन डीटीसी मुख्यालय पर करेंगे।