नई दिल्ली : पूर्वी दिल्ली के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल राजीव गांधी अब 650 के बजाए 850 मरीजों को एक साथ भर्ती कर इलाज कर सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को अस्पताल में 200 अतिरिक्त बिस्तरों के साथ एक्सरे, सीटी स्कैन के अलावा कैथ लैब का उद्घाटन भी किया। इसके बाद अब इस अस्पताल में भी दिल के मरीजों को एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टि और बायपास सर्जरी तक की सुविधा मिलेगी। बताया जा रहा है कि पूर्वी दिल्ली के ताहिरपुर स्थित इस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को जल्द ही स्वायत्त अधिकार भी मिलेंगे। साथ ही यहां स्टाफ की कमी दूर करने के लिए नई नियुक्तियों को सरकार से मंजूरी मिल गई है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार के शीर्ष अस्पतालों में राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल शामिल है। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर बात करें तो अस्पताल टॉप 10 में शामिल हैं। उन्होंने ये भी कहा कि जल्द ही ये अस्पताल देश के चुनिंदा पांच अस्पतालों में से एक होगा। उन्होंने डॉक्टरों व मरीजों के बीच मधुर संबंध स्थापित करने के लिए अस्पताल में मेडिटेशन, योग, डांस, फिजियोथैरेपी इत्यादि सुविधाएं देने के लिए अस्पताल प्रबंधन से प्रस्ताव भी मांगा है।
मंत्री जैन ने कहा कि ये सुविधाएं सिर्फ डॉक्टरों को ही नहीं, बल्कि अन्य पैरामेडिकल स्टाफ और मरीजों को भी मिलनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि बड़े-बड़े चिकित्सीय संस्थान अक्सर सरकारी चंगुल की वजह से विकसित नहीं हो पाते। इसलिए दिल्ली सरकार जल्द ही राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को स्वायत्त अधिकार देने जा रही है। दरअसल ताहिरपुर स्थित राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पिछले कुछ वर्षों से लगातार चिकित्सीय सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दे रहा है।
चूंकि ज्यादातर मरीजों को इसकी सुविधाओं के बारे में जानकारी नहीं है। इसलिए मुख्य रूप से ये अस्पताल पूर्वी दिल्ली के जीटीबी अस्पताल का भार कम करने का काम कर रहा है। दिल्ली सरकार के इस अस्पताल में रूमेटोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, गेस्ट्रो और कार्डियो वास्कुलर जैसी उच्च चिकित्सीय सुविधाएं मौजूद हैं। डॉ. शेरवाल ने कार्यक्रम में अस्पताल से जुड़ी उपलब्धियां भी गिनाईं।