दिल्ली में पानी को लेकर राजनीति तेज हो गई है। सभी विपक्षी पार्टियां इस मसले को लेकर दिल्ली सरकार पर हमलावर हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की अगुवाई में सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में दूषित जलापूर्ति के लिए जिम्मेदार केजरीवाल सरकार के खिलाफ पुरानी दिल्ली के तुर्कमान गेट पर प्रदर्शन किया। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने एक घंटे तक चक्का जाम भी किया।
प्रदर्शन के दौरान सुभाष व अन्य नेताओं ने अपने गले में दूषित पानी की बोतलों की माला पहनी हुई थी। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच उस समय तीखी झड़पें हुई जब पुलिस के आला अधिकारी सुभाष चोपड़ा, पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व मंत्री अरविन्दर सिंह लवली, मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा और पूर्व विधायक शोएब इकबाल को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रहे थे।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सुभाष चोपड़ा ने मांग की कि दूषित पानी और दूषित वायु के लिए जिम्मेदार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने तथा लापरवाही बरतने का अपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल के शासन में आने के बाद डायरिया और हैजा से अब तक अनगिनत लोग चपेट में आ चुके हैं।
उन्होंने यह भी कहा दिल्ली की आम जनता को पानी के रूप में धीमा जहर दे रही है। चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद ने कहा कि कांग्रेस दिल्ली के लोगों के हितों की लड़ाई लड़ने में कोई कसर नही छोड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को कोई नैतिक अधिकार नहीं है कि वो इस मुददे को उठाए क्योकि भाजपा भी इसके लिए बराबर की जिम्मेदार है।
इस प्रदर्शन में प्रदेश महिला अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी, जितेन्द्र कोचर, पूर्व विधायक अलका लांबा, नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल, पूर्व युवा अध्यक्ष अमित मलिक, जिला अध्यक्ष हरी किशन जिंदल, मो. उस्मान, कैलाश जैन सहित तमाम कार्यकर्ता मौजूद थे।