मध्य प्रदेश में हीरे की खदानों की लिए मशहूर पन्ना जिले में मंगलवार को एक मजदूर अचानक तब अमीर हो गया जब उसे खदान से 42.59 कैरट का एक बहूमूल्य हीरा हाथ लगा। इस इलाके में यह अब तक का पाया गया दूसरा सबसे बड़ा और कीमती हीरा है। अधिकारियों के मुताबिक इससे पहले यहां वर्ष 1961 में 44.55 कैरट का सबसे बड़ा और कीमती हीरा मिला था।
पन्ना हीरा कार्यालय के मूल्य निर्धारक अनुपम सिंह ने बताया कि जिले में कृष्णा कल्याणपुर गांव के पास खदान मजदूर मोतीलाल प्रजापति ने अपने चार भागीदारों के साथ एक माह पहले ही एक हीरा खदान को पट्टे पर लिया था। हीरा मिलने के बाद मोतीलाल और उसके साथी हीरा अधिकारी के कार्यलय आए और यह कीमती हीरा जमा करा दिया। 42.59 कैरट के इस हीरे की कीमत का मूल्यांकन अभी किया जाना है।
उन्होंने बताया कि मोतीलाल को मिले इस हीरे की अगली जनवरी में नीलामी की जाएगी और इसमें मिलने वाली धनराशि से सरकार की रॉयल्टी तथा जीएसटी काटकर शेष रकम मोतीलाल को दी जायेगी। प्रजापति ने कहा कि उसके और परिवार के लिए यह एक खुशी का अवसर है। इससे मिलने वाली राशि परिवार और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उपयोगी होगी।
उन्होंने कहा कि नीलामी के बाद मिलने वाली राशि उसके सभी भागीदारों में बराबर विभाजित की जायेगी। इस बीच, एक स्थानीय हीरा मूल्यांकनकर्ता ने बताया कि मंगलवार को मिले इस हीरे की कीमत 1.5 करोड़ रुपये से 2.5 करोड़ रुपये के बीच होने का अनुमान है। इस वर्ष 14 सितम्बर को एक किसान को सरखोहा गांव में खेत में हल चलाते समय 12.58 कैरट का हीरा मिला था, जिसका अनुमानित मूल्य लगभग 30 लाख रुपये था।