नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि आप ने सभी मीडिया संस्थाओं के एक्जिट पोल में भाजपा की सरकार बनती देख और दिल्ली में सातों लोकसभा सीटों पर अपनी हार होती देख कर हर चुनाव परिणाम की तरह इस बार भी ईवीएम पर अपनी हार का ठीकरा फोड़ना शुरू कर दिया है। ईवीएम टेम्परिंग की अफवाह फैलाकर वह एक बार फिर अपनी नाकामियों को छिपा रहे हैं।
तिवारी ने कहा कि साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में यदि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के लोगों के विकास के लिए एक भी काम कर लिया होता तो आज उन्हें फिर अपनी हार की जिम्मेदारी ईवीएम को नहीं देनी पड़ती। केजरीवाल शायद भूल गए हैं कि जिस ईवीएम के नाम पर उनकी पार्टी और नेता बयानबाजी करते हैं उसी ईवीएम से हुए चुनाव में उन्हें दिल्ली की जनता ने प्रचण्ड बहुमत के साथ 70 सीटों में से 67 सीटें दी थीं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने राजनीति के अंतिम पड़ाव पर है, जहां उन्हें अपने राजनीतिक अंत का डर सता रहा है जिसके कारण ईवीएम को जिम्मेदार ठहराने के साथ-साथ मीडिया संस्थाओं द्वारा कराये गए तमाम एक्जिट पोल को भी सिरे से नकारा जा रहा है। सत्ता के लालच में आम आदमी पार्टी ने हर वो हथकड़ा अपनाया जिससे वो भाजपा के उम्मीदावारों को बदनाम कर सके। ऐसे में आम आदमी पार्टी और उनके नेता चुनावों के एक्जिट पोल को देख इतने बौखला गये है कि उन्हें मानसिक उपचार कराने की जरूरत है।
मनोज तिवारी ने कहा कि भ्रष्टाचार खत्म करने के नाम पर सत्ता में आई सबसे ज्यादा भ्रष्ट नेताओं वाली आप मीडिया संस्थाओं पर और चुनाव आयोग पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही है। चुनाव में हार-जीत जनता तय करती है और चुनाव आयोग के माध्यम से जनता अपने मताधिकार का प्रयोग कर जनप्रतिनिधि चुनती है, लेकिन चुनाव आयोग पर सवाल उठाकर आम आदमी पार्टी और उनके नेताओं ने यह साबित कर दिया है कि जनता के जनादेश का अपमान करना उनका मूल उद्देश्य है।