नई दिल्ली : दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने इस बार नये सिरे से केंद्र की मोदी पर हमला बोला है। इस बार मुद्दा राजनीतिक नहीं, बल्कि देश की प्रगति को दर्शाने वाले आंकड़ों से जुड़ा हुआ है। दरअसल केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा देश की आर्थिक वृद्धि और सकल घरेलू उत्पाद दर में गिरावट संबंधी आंकडे़ जारी किए थे। जिस पर आक्रमक रुख अख्तियार करते हुए दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है।
सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि कुछ दिन पहले टीवी पर देश की प्रगति देखकर अभिभूत जनता ने जब वोट डाल दिया तो अब टीवी पर ही बताया जा रहा है कि देश वस्तुतः वहां नहीं है जहां टीवी पर एक महीने पहले तक दिखाया था ताकि नई सरकार जब फिर से ढोल बजवाएगी तो तरक्की के नए आंकड़ों से जनता को फिर से अभिभूत किया जा सके। सिसोदिया ने कहा कि ये सारे आंकड़े चुनाव से पहले जानबूझकर दबाकर रखे गए और अब, चुनाव के बाद जानबूझकर जारी किए गए हैं।
ये आंकड़े अब चुनाव के बाद चिंता में नहीं दिखाए जा रहे बल्कि इसीलिए दिखाए जा रहे हैं कि अगली बार जब सरकार की उपलब्धियों का ढोल बजे तो ये बेसलाइन लोगों की स्मृति में रहे। वहीं आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी इस मामले पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि भले ही बेरोजगारी 45 वर्षों के इतिहास में सबसे ज्यादा है या फिर जीडीपी पांच वर्षों के सबसे निचले स्तर पर है लेकिन मैं ये बिल्कुल स्पष्ट कर देना चाहता हूं ‘सब कुछ राष्ट्रद्रोहियों द्वारा फैलाई जा रही अफवाह है’ हमारा नारा है भूखे पेट मर जायेंगे, पर मंदिर वहीं बनाएंगे। भाजपा केवल देश की भोलीभाली जनता को गुमराह कर रही है।