आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली में बढ़ते हुए डेंगू के मामलों के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित निगम को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि भाजपा के नेताओं ने डेंगू-मलेरिया से लड़ने की दवाई-मशीन के बजट को अपनी जेब में डाल लिया है। आप की वरिष्ठ नेता एवं विधायक आतिशी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने अक्टूबर तक डेंगू से लड़ने की दवाई नहीं खरीदी है। इसके अलावा एमसीडी ने दिल्ली में डेंगू को रोकने के लिए कोई कदम समय से नहीं उठाया है, जिसका खामियाजा दिल्ली वालों को भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के भ्रष्टाचार की वजह से एंटी मलेरिया विभाग में करीब 70 फीसदी से ज्यादा पद खाली हैं। एमसीडी के हर वार्ड में कम से कम एक फॉगिंग मशीन की आवश्यकता है, लेकिन एमसीडी के पास पर्याप्त फॉगिंग मशीन भी नहीं हैं। आतिशी ने कहा कि पिछले 15 साल से भाजपा शासित निगम के भ्रष्टाचार और कुशासन की वजह से दिल्ली वाले परेशान हैं। भाजपा के मिस-गवर्नेंस, भ्रष्टाचार की वजह से आज दिल्ली वालों की जान पर बन आई है। निगम की डीएमसी एक्ट के तहत मलेरिया-डेंगू की रोकथाम जिम्मेदारी है, लेकिन एमसीडी ने अपनी जिम्मेदारी से हाथ धो दिया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में रोज डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। भाजपा बताए कि डेंगू के मामलों को रोकने के लिए निगम क्या कर रही है। निगम की जिम्मेदारी है कि उनके ब्रीडिंग चेकर्स की टीम घर-घर जाकर देख कर आए कि किसी घर में पानी तो इकट्टा नहीं हो रहा है। इसके अलावा कहीं पर मच्छर तो नहीं पनप रहे हैं। अगर ऐसा हो रहा है तो उस पानी को खाली करवाना, वहां पर दवाई डालना तेल डालना यह निगम की जिम्मेदारी होती है।
उन्होंने बताया कि निगम में हर वार्ड के लिए 10 से 15 ब्रिडिंग चेकर होना अनिवार्य लेकिन कुशासन और भ्रष्टाचार की वजह से एंटी मलेरिया विभाग में करीब 70 फीसदी से ज्यादा पद खाली हैं। एंटी मलेरिया विभाग में लोग ही नहीं हैं, जो निगम की इस जिम्मेदारी को निभा सकें और दिल्ली वालों को डेंगू से बचा सकें।
आतिशी ने कहा कि निगम की तीन इतनी बड़ी गलतियों को क्रिमिनल नेगलिजेंस के तहत आना चाहिए। जिसकी वजह से आज दिल्ली वालों को डेंगू का प्रकोप सहना पड़ रहा है। भाजपा के नेता जवाब दें कि दिल्ली वालों ने ऐसा क्या गुनाह कर दिया कि आप दिल्ली वालों की जान से खेल रहे हैं। डेंगू-मलेरिया से लड़ने की दवाई-मशीन के बजट को अपनी जेब में डाल लिया। इसके अलावा एंटी मलेरिया विभाग रिक्त पद भी नहीं भरे।