आम आदमी पार्टी (आप) की वाणिज्य शाखा के समन्वयक बृजेश गोयल ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने बाजारों को फिर से खोलने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन उपराज्यपाल और डीडीएमए के अध्यक्ष अनिल बैजल ने इसे ठुकरा दिया। इस दावे को बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ सूत्र ने ‘‘निराधार, झूठा और गुमराह करने वाला’’ करार दिया।
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के अध्यक्ष गोयल ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि बैजल बाजार खोलने के विचार से सहमत नहीं थे लेकिन उद्योगों एवं निर्माण गतिविधियों को मंजूरी दे दी गई।उन्होंने दावा किया, ‘‘दिल्ली सरकार ने बाजारों को खोलने का प्रस्ताव दिया लेकिन उपराज्यपाल और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अनिल बैजल ने इसे खारिज कर दिया।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा को सोशल मीडिया पर यह झूठ नहीं फैलाना चाहिए कि दिल्ली सरकार ने बाजारों को खोलने की अनुमति नहीं दी क्योंकि राज्यपाल ने इसे मंजूरी नहीं दी। बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, ‘‘बयान निराधार, झूठा और गुमराह करने वाला है। डीडीएमए की बैठक में प्रस्ताव देने या चर्चा करने की बात छोड़िए, बाजारों का मामला तो एजेंडा में भी नहीं था।’’
वहीं, कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से बाजारों और दुकानों को उसी तर्क के आधार पर खोलने की मांग की है, जिस तरह निर्माण गतिविधियों और फैक्ट्रियों को फिर से शुरू करने की घोषणा की गई है। व्यापार संघ ने कहा कि वह दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और अरविन्द केजरीवाल से इस निर्णय की समीक्षा करने के लिए कहेगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन (अनलॉक) हटाने की प्रक्रिया की घोषणा की है। इसकी शुरूआत सोमवार से निर्माण गतिविधियों को दोबारा शुरू करने और कारखानों को फिर से खोलने के साथ की जायेगी।
सीएआईटी के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘‘निर्माण गतिविधियों और फैक्टरियों को खोलने का जो तर्क दिया गया है, वो बाजार और दुकानों पर ज्यादा अच्छे से लागू किया जा सकता है। विशेष कर तब जब पूरी दिल्ली के व्यापार संघ सरकार का पूरी तरह से समर्थन करने के लिए तैयार हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है। आर्थिक तंगी के बीच कारोबार को कैसे शुरू किया जाएगा। व्यावसायिक गतिविधियों को इस तरह से बहाल किया जा सकता है, जिससे कोरोना वायरस का अधिक प्रसार न हो।’’
खंडेलवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली में बाजारों के खुलने का समय घटाया जा सकता है। दिल्ली के बाजारों को अलग-अलग भागों में बांटने के साथ-साथ शनिवार-रविवार को रात्रि कर्फ्यू लगाया जा सकता है। इसके अलावा अन्य कई तरह के विकल्पों पर विचार किया जा सकता है। लेकिन मुख्य बात यह है कि दुकानों और बाजार को खोलने की इच्छा चाहिए।’’