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अपने गढ़ में धराशाई रहे आप के मंत्री

उत्तर-पूर्वी और चांदनी चौक लोकसभा में आप के दो मंत्रियों का गृहक्षेत्र होने के बावजूद भी वह अपने उम्मीदवार की जमानत बचाने में नाकाम रहे।

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में भाजपा की आंधी के आगे विपक्षी दल धराशाई हो गए। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के सत्ता में रहने के बावजूद उनके दो उम्मीदवार लोकसभा चुनाव में अपनी जमानत तक बचा पाने में असफल रहे, जबकि दो उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे। वहीं पांच उम्मीदवार तीसरे स्थान पर चले गए। आलम यह रहा कि आप के मुख्यमंत्री समेत सातों मंत्री भी अपने गढ़ में अपने उम्मीदवारों के लिए वोट जुटा पाने में नाकाम रहे। यहां पर भाजपा ने उनके वोट में सेंध लगाई है। उत्तर-पूर्वी और चांदनी चौक लोकसभा में आप के दो मंत्रियों का गृहक्षेत्र होने के बावजूद भी वह अपने उम्मीदवार की जमानत बचाने में नाकाम रहे। 
ऐसे में आम आदमी पार्टी के लिए आगामी विधानसभा चुनाव भी काफी चुनौती भरा रहेगा। बता दें कि वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा पहले, आप दूसरे और कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही थी। इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी रिकॉर्ड 70 में से 67 सीटों पर जीतने में कामयाब रही थी। तब भाजपा दूसरे और कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही थी, लेकिन इस चुनाव में तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है। आम आदमी पार्टी के मुखिया और मुख्यमंत्री अर​विंद केजरीवाल भले ही अपने विधानसभा नई दिल्ली के सूरमा रहे हों, लेकिन वह बृजेश गोयल को नई दिल्ली विधानसभा से जीत नहीं दिलवा पाए। यहां पर भाजपा ने आप के वोट पर पूरी तरफ से सेंधमारी की। 
भाजपा के उम्मीदवार मीनाक्षी लेखी को 54, 004 हजार वोट प्राप्त हुए, जबकि आप के प्रत्याशी बृजेश गोयल को मात्र 26,312 हजार वोट ही मिले। हालांकि आप नई दिल्ली विधानसभा सीट से दूसरे नंबर पर रहे। वहीं उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की बात करे तो वह पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज विधानसभा से आते हैं। यहां से आतिशी आप की प्रत्याशी थी। मनीष सिसोदिया के गृहक्षेत्र में भाजपा ने आप के मुकाबले चार गुना ज्यादा वोट प्राप्त किया। यहां पर गौतम गंभीर के 86,150 हजार वोट के मुकाबले आतिशी को मात्र 24,997 हजार वोट ही मिले। 
नॉर्थ-ईस्ट में दो मंत्री नहीं बचा पाए अपने प्रत्याशी की जमानत
नॉर्थ ईस्ट लोकसभा के अंतर्गत सीमापुरी विधानसभा समाज कल्याण मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम का गढ़ माना जाता है। यह उनका गृहक्षेत्र है। वहीं श्रम मंत्री गोपाल राय का बाबरपुर विधानसभा में अच्छी पकड़ है। बावजूद यहां से आप के प्रत्याशी दिलीप पांडे की जमानत जब्त हो गई। सीमापुरी विधानसभा से राजेन्द्र पाल गौतम अपने उम्मीदवार के लिए सम्मान जनक वोट भी नहीं जुटा पाए। 
इस विधानसभा पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी दिलीप पांडे नंबर तीन पर रहे। भाजपा उम्मीदवार मनोज तिवारी 60,140 हजार वोट के मुकाबले दिलीप पांडे को 21,615 हजार वोट ही सीमापुरी विधानसभा से मिले। यहां पर कांग्रेस उम्मीदवार शीला दीक्षित दूसरे नंबर पर रही। यहीं हाल गोपाल राय के गढ़ बाबरपुर विधानसभा में रहा, जहां मनोज तिवारी को 57,827 हजार वोट के मुकाबले दिलीप पांडे को मात्र 12,564  हजार वोट ही जुटाने पाने में कामयाब रहे।
चांदनी चौक में फेल हुए सतेन्द्र जैन और इमरान हुसैन
आप के मंत्री सतेन्द्र जैन और इमरान हुसैन चांदनी चौक लोकसभा के अंतर्गत चांदनी चौक विधानसभा से आते हैं। जैन शकूरबस्ती ​विधानसभा से विधायक बने। वहीं इमरान हुसैन मटिया महल से जीतकर मंत्री बने। दोनों मंत्री के ऊपर चांदनी चौक लोकसभा से आप के प्रत्याशी पंकज गुप्ता को जीताकर संसद भेजने का दायित्व दिया था। इसके बावजूद वह उनकी जमानत तक नहीं बचा सके। जैन और इमरान अपने गढ़ में ही ध्वस्त हो गए। 
शकूरबस्ती से पंकज गुप्ता को 17,288 हजार वोट ही प्राप्त हुए। वहीं मटिया महल से आप को 6,787 हजार वोट से संतुष्टि करना पड़ा। नजफगढ़ से आप के मंत्री कैलाश गहलोत भी अपने प्रत्याशी के लिए वोट जुटा पाने में विफल रहे। 
– कौशल शर्मा

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