निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले के एक आरोपी द्वारा दायर की गई दया याचिका को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आज राष्ट्रपति के पास भेज दी है। साथ ही मंत्रालय ने याचिका को अस्वीकार करने की सिफारिश की है। वहीं दया याचिका को लेकर निर्भया की माँ ने इस पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा, अब तक, मैंने कभी राजनीति के बारे में बात नहीं की, लेकिन अब मैं कहना चाहती हूं कि जिन लोगों ने 2012 में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया था, आज वही लोग केवल राजनीतिक लाभ के लिए मेरी बेटी की मौत के साथ खेल रहे हैं। गुरुवार को दिल्ली के उपराज्यपाल ने आरोपी मुकेश की दया याचिका खारिज करने की गृह मंत्रालय से सिफारिश की थी।
निर्भया मामले में चार दोषियों को मौत की सजा सुनायी गयी है। उन चारों अभियुक्तों में से एक मुकेश सिंह ने कुछ दिन पहले दया याचिका दायर की थी। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘गृह मंत्रालय को उपराज्यपाल से दया याचिका मिल गयी है जिसमें उन्होंने इसे नामंजूर करने की सिफारिश की है। याचिका पर गौर किया जा रहा है और जल्दी ही उचित फैसला किया जाएगा।’’
दिल्ली सरकार ने सिंह द्वारा दायर दया याचिका को खारिज करने की बुधवार को सिफारिश की और इसे त्वरित कदम उठाते हुए उपराज्यपाल को भेज दिया। उसने हाई कोर्ट को एक सुनवाई के दौरान सूचित किया कि दोषियों को फांसी की सजा 22 जनवरी को नहीं दी जा सकेगी क्योंकि सिंह द्वारा दया याचिका दायर की गयी है।
इस मामले के चार अभियुक्तों सिंह (32), विनय शर्मा (26), अक्षय कुमार सिंह (31) और पवन गुप्ता (25) को 22 जनवरी को सुबह सात बजे तिहाड़ जेल में फांसी दिया जाना तय हुआ है। दिल्ली की एक अदालत ने सात जनवरी को उनकी मौत का वारंट जारी किया था।