दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के सेंटर के मौलाना के खिलाफ दिल्ली की केजरीवाल सरकार एफआईआर दर्ज कराएगी।
खबरों के मुताबिक , दिल्ली पुलिस ने धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने के मामले में आयोजकों को नोटिस जारी किया है। दिल्ली सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, यह हमारी जानकारी में आया है कि निजामुद्दीन मरकज के प्रशासकों ने लॉकडाउन की शर्तों का उल्लंघन किया और अब कई पॉजिटिव मामले पाए गए हैं। इस प्रतिष्ठान के प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने कहा कि, हमने निज़ामुद्दीन के बाकी हिस्सों से मरकज इमारत को अलग कर दिया है, जहां सभा हुई थी। हम लोगों को चेक-अप के लिए बाहर ले जाने में स्वास्थ्य विभाग की सहायता कर रहे हैं।
वही , बयान के मुताबिक, इस लापरवाही से कई जीवन खतरे में पड़ गए हैं। लॉकडाउन के दौरान लोगों का इस तरह के जमावड़े से बचना हर नागरिक की जिम्मेदारी थी और यह एक आपराधिक कृत्य के अलावा और कुछ नहीं है।
बता दे कि देश में 24 मार्च रात 12 बजे लॉकडाउन लागू हुआ. हर होटल, गेस्ट हाउस, हॉस्टल के मालिक और प्रशासक का सामाजिक दूरी बनाए रखने का कर्तव्य था। लेकिन इस जगह ऐसा नही किया गया।
तबलीगी जमात के सेंटर से रविवार को दिल्ली के LNJP अस्पताल में 34 लोगों को जांच के लिए लाया गया और सभी कोरोना संक्रमण के संदिग्ध बताए जा रहे हैं। इसमें एक 64 साल के व्यक्ति की मौत हो गई। जिसके बाद दिल्ली सरकार हरकत में आई।