दिल्ली सरकार ने कोविड -19 मामलों में लगातार बढ़ोतरी के चलते इस वर्ष सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा मनाने पर रोक लगा दी है। दिल्ली सरकार के इस फैसले पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आपत्ति जताते हुए छठ पूजा पर लगे प्रतिबंध हटाने को कहा है। दिल्ली आपदा प्रबंध अथॉरिटी (डीडीएमए) ने मंगलवार को छठ महापर्व को लेकर निर्देश जारी किया था।
आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने इस संबंध में तैयारियां नहीं करने की अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए छठ पर रोक लगायी है। उन्होंने दिल्ली सरकार से पूछा है कि छोटे घरों में रहने वाले लोग यह त्योहार कैसे करेंगे।
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘केजरीवाल सरकार को तत्काल छठ पूजा (सार्वजनिक स्थलों पर करने) से प्रतिबंध हटाना चाहिए और लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए इस संबंध में आदेश जारी करना चाहिए।’’ हालांकि दिल्ली सरकार से अभी तत्काल इस पर प्रतिक्रिया उपलब्ध नहीं हो पाई है।
आदेश गुप्ता ने कहा दिल्ली में दिल्ली सरकार ने 1,068 घाटों को पंजीकृत किया है, जहां छठ पूजा का आयोजन होता है लेकिन सरकार ने पूजा के आयोजन से जुड़ी तैयारियां नहीं की और इस पर अचानक प्रतिबंध लगा दिया। दिल्ली के बीजेपी महासचिव दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी पूर्वांचल के लोगों के साथ कोई अन्याय नहीं होने देगी। उन्होंने सरकार से इस संबंध में दिशानिर्देश जारी करके अनुमति देने की मांग की।
उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो बीजेपी नेता उप राज्यपाल अनिल बैजल से इस मुद्दे पर मिलेंगे। इस साल यह पूजा 20-21 नवंबर को है और इसमें नदी, तालाब, पोखर, जलाशय में खड़े होकर सूर्य देवता की पूजा की जाती है। डीडीएमए ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि इस साल सार्वजनिक स्थलों, नदी के तटों और मंदिरों में कोविड-19 के मद्देनजर लोग छठ पूजा न करें।