भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता ने बुधवार को पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के संबंध में आम आदमी पार्टी (आप) पर आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा है कि हिंसा के समय आप पार्षद ताहिर हुसैन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में था, जिसके खिलाफ दिल्ली पुलिस ने आरोप-पत्र दाखिल किया है।
आदेश गुप्ता ने कहा, अब साफ हो गया है कि दंगों का मास्टरमाइंड आम आदमी पार्टी का पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन ही है। साथ ही यह बात भी सामने आई है कि पीएफआई की ओर से ताहिर हुसैन और उमर खालिद को एक करोड़ रुपये से अधिक की रकम उपलब्ध कराई गई थी, जिसे ताहिर हुसैन ने हिंसा को अंजाम देने के लिए लोगों में बांटे थे।
गुप्ता ने यह भी कहा कि ताहिर हुसैन द्वारा सुनियोजित तरीके से रची गई हिंसा में 53 लोगों की जान चली गई और 200 से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे। उन्होंने पूछा कि इतनी बड़ी साजिश की भनक क्या आम आदमी पार्टी सरकार में किसी को नहीं लगी? क्या दिल्ली सरकार ने अपने नेताओं को दिल्ली को जलाने की खुली छूट दे रखी थी?
गृह मंत्रालय ने विदेशी कारोबारियों, स्वास्थ्यसेवा पेशेवरों और इंजीनियरों को भारत आने की अनुमति दी
हिंसा के दौरान ताहिर हुसैन लगातार आम आदमी पार्टी के नेताओं के संर्पक में था, और उसके बाद भी आप के नेता ताहिर हुसैन को बचाने की पुरजोर कोशिश करते रहे। गुप्ता ने सवाल किया कि क्या हिंसा के लिए ताहिर हुसैन को आम आदमी पार्टी का संरक्षण प्राप्त था?
दिल्ली पुलिस द्वारा ताहिर हुसैन के खिलाफ अदालत में आरोप-पत्र दाखिल किए जाने के बाद गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मांग की है कि वह दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश की जनता से माफी मांगें। उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने आप से निष्कासित पार्षद ताहिर हुसैन और 14 अन्य के खिलाफ दिल्ली हिंसा मामले में मंगलवार को अदालत में एक आरोप-पत्र दाखिल किए थे।