दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के विरोध में भारतीय जनता पार्टी का विरोध-प्रदर्शन जारी है। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने एमसीडी को पत्र लिख कर राष्ट्रीय राजधानी में नन-कनफर्मिग एरिया में शराब की दुकानें खोले जाने का आरोप लगाया है।
शराब की दुकानें और बार नन-कनफर्मिग एरिया में खोले जा रहे हैं
भाजपा ने राष्ट्रीय राजधानी में नन-कनफर्मिग एरिया में शराब की दुकानें खोले जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने एमसीडी से यह सुनिश्चित करने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों का तुरंत सर्वेक्षण करने के लिए कहा है कि कोई भी शराब इकाई नगर निगम या एमपीडी 2021 के दिशानिर्देशों का उल्लंघन तो नहीं कर रहा है। अपने पत्र में, गुप्ता ने कहा, "यह शहर भर के रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से मेरी जानकारी में लाया गया है कि ये शराब की दुकानें और बार नन-कनफर्मिग एरिया में खोले जा रहे हैं।"
स्कूलों और धार्मिक स्थलों के आसपास के क्षेत्र में संचालित करने की अनुमति नहीं है
"स्कूल या धार्मिक स्थल के 200 मीटर के दायरे में मांस या तंबाकू बेचने वाली दुकानें भी नहीं खोली जा सकती हैं, लेकिन पुरानी दिल्ली के सीता राम बाजार, करोल बाग, उत्तम नगर, मुस्तफाबाद कृष्णा नगर, लाजपत नगर, राजौरी गार्डन सहित दर्जनों जगहों से ऐसी नई शराब की दुकानें खुलने की सूचना मिली है।"नगर निगम और दिल्ली मास्टर प्लान 2021 के दिशानिर्देशों के तहत, शराब की दुकानों को रिहायशी इलाकों और यहां तक कि स्कूलों और धार्मिक स्थलों के आसपास के क्षेत्र में संचालित करने की अनुमति नहीं है।
नई आबकारी नीति से राष्ट्रीय राजधानी में सक्रिय शराब माफियाओं पर भी असर पड़ा है
गुप्ता ने कहा कि छतरपुर से नजफगढ़, गांधी नगर से गाजीपुर और चांदनी चौक से नरेला तक, नन-कनफर्मिग एरिया में या अनधिकृत निर्माण या रूपांतरण शुल्क का भुगतान न करने के लिए पहले से बुक की गई संपत्तियों में दर्जनों दुकानें खुल रही हैं।हाल ही में नरैना में डीडीए परिसर में एक शराब की दुकान को प्रावधानों का उल्लंघन करने पर सील कर दिया गया था।रिपोर्ट्स के अनुसार, ये अवैध शराब की दुकानें दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के बाद से शहर भर में काम करना शुरू कर चुकी हैं, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में शराब खरीदने के अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव लाना है।दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि नई आबकारी नीति से राष्ट्रीय राजधानी में सक्रिय शराब माफियाओं पर भी असर पड़ा है।