दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बैजल ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए बुधवार को राष्ट्रपति को अपना त्यागपत्र सौंपा। अनिल बैजल को साल 2016, दिसंबर महीने में नजीब जंग के बाद राजधानी का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था। उनके इस्तीफे के बाद अब कौन इस पद का दावेदार होगा इसपर सभी की निगाहें बनी हुई हैं।
अभी स्वीकार नहीं हुआ इस्तीफा
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 21 मई तक विदेश दौरे पर हैं। संभवत: वहां से लौटने के बाद इस्तीफा मंजूर करेंगे। चूंकि, अभी तक बैजल का इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है, इसलिए सरकार की ओर से उपराज्यपाल के नए नाम को लेकर संकेत नहीं मिल रहे हैं।
इन चार नामों पर चर्चा
अनिल बैजल के बाद उपराज्यपाल के पद के लिए चार नामों की चर्चा है। नए उपराज्यपाल को लेकर लक्षद्वीप के मौजूदा प्रशासक प्रफुल्ल पटेल, पूर्व नौकरशाह राजीव महर्षि और सुनील अरोड़ा के नाम शीर्ष पर हैं। वहीं दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना के नाम भी चर्चा है।
दिल्ली सरकार से बैजल का 36 का आंकड़ा
उपराज्यपाल अनिल बैजल का अपने कार्यकाल में दिल्ली सरकार से कई मुद्दों पर ठनी रही। कार्यकाल के दौरान बैजल का प्रशासनिक अधिकार क्षेत्र और शासन संबंधी मुद्दों पर केजरीवाल सरकार के साथ कई बार टकराव हुआ। यहां तक कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने 2018 में बैजल के कार्यालय में धरना दिया था।
अटल सरकार के दौरान केंद्रीय गृह सचिव के रूप में काम कर चुके हैं बैजल
अनिल बैजल एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के 1969 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं। उन्होंने 31 दिसंबर, 2016 से 18 मई, 2022 के रूप में दिल्ली के 21 वें उपराज्यपाल के रूप में पांच साल और चार महीने की अवधि के लिए सेवा की। अनिल बैजल ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान केंद्रीय गृह सचिव के रूप में भी काम किया था।