हरिद्वार : लिब्बरहेड़ी गन्ना समिति चेयरमैन के खिलाफ मिल प्रबंधन की ओर से दर्ज कराए मुकदमें पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए किसानों ने लिब्बरहेड़ी समिति पर पहुंचकर हंगामा किया। किसानों ने आरोप लगाया कि गन्ना समिति चेयरमैन चीनी मिल एवं गन्ना विभाग की मनमानी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं तो उन पर मुकदमा दर्ज कराया गया। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर मुकदमा वापस नहीं हुआ और किसानों की मांग नहीं मानी गई तो जिले के किसान सड़कों पर उतरेंगे।
साथ ही 22 नवंबर से गन्ना समिति लिब्बरहेड़ी पर अनिश्चितकालीन धरने का एलान किया। गुरुवार को ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर किसान नारेबाजी करते हुए गन्ना समिति लिब्बरहेड़ी के कार्यालय पर पहुंचे। किसानों ने यहां पर धरना शुरू कर दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि गन्ना विभाग गन्ना समिति के अधिकारों का हनन करने पर तुला हुआ है। लिब्बरहेड़ी क्षेत्र में गन्ना माफियाओं को हावी करने के लिए गन्ना विभाग लिब्बरहेड़ी चीनी मिल से मिलकर मनमानी कर रहा है।
किसान जयदीप सह, देवेन्द्र, संदीप कुमार आदि ने आरोप लगाया कि चीनी मिल की ओर से पिछले साल भी नकद गन्ने की खरीद की गई थी। साल ही नकद गन्ने की खरीद करने की साजिश रजी जा रही है। गन्ना समिति चेयरमैन ने यदि आवाज उठाई तो उनकी आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है। यदि मुकदमा को वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। 22 नवंबर को जिले का किसान राजमार्ग तक जाम करने से पीछे नहीं हटेगा।
गन्ना समिति चेयरमैन कुलबीर चौधरी ने किसी तरह से आक्रोशित किसानों को शांत किया। उन्होंने कहा कि मुकदमे से वह डरने वाले नहीं है। किसान हित के लिए यदि उन्हें जेल भी जाना पड़ा तो पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने किसानों को धैर्य रखने के लिए कहा। इस मौके पर राहुल, धर्मेंद्र, तेजपाल, परमेन्द्र, पदम सिंह, राजदीप आदि मौजूद रहे।
जब किसान खुशहाल होगा तभी देश खुशहाल होगा : राधामोहन सिंह
– संजय चौहान