हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी में चढ़ाई पर गए आईआईटी के 50 छात्रों को वायुसेना के हेलीकॉप्टरों के जरिये बचाया गया है हालांकि 500 से ज्यादा लोग अब भी लाहौल-स्पीति में फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
राज्य में भारी बारिश और लाहौल-स्पीति में बर्फबारी की वजह से मरने वालों का आंकड़ा मंगलवार को चार और मौत होने से से बढ़कर 10 हो गया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्र से अनुरोध किया कि बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान को दुरुस्त करने के लिये तत्काल 200 करोड़ रूपये की आर्थिक मदद दी जाए। अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के छह ट्रैकरों का एक दल किन्नौर जिले से लापता है।
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लगातार बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ और भू-स्खलन से पहाड़ी राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में सोमवार को कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। पंजाब और उत्तराखंड में भी बारिश हुई है।
मंगलवार को दूसरे राज्यों में मौत का कोई नया आंकड़ा नहीं आया है। लेकिन हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में एक घर पर चट्टान गिरने से उसमें रहने वाले दो मजदूरों की मौत हो गई।
वहीं किन्नौर जिले में एक कार के सड़क से फिसल जाने के कारण उसमें सवार दो लोगों की भी मौत हो गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि वायुसेना ने तीन हेलीकॉप्टर राहत कार्य के लिये भेजे हैं और केंद्र ने आवश्यकता पड़ने पर और हेलीकॉप्टर देने का भरोसा दिलाया है।
एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें लाहौल-स्पीति में अब भी फंसे करीब 500 लोगों को बचाने के काम में तैनात किया जा रहा है। इनमें से करीब 300 लोग बारालाचा इलाके में फंसे हैं जबकि बचे हुए 200 लोग कोकसार में हैं।