नयी दिल्ली : दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों को बंद करने का निर्णय ‘‘जरूरत उत्पन्न होने पर’’ लिया जाएगा। हालांकि राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता बुधवार को गंभीर श्रेणी में बना रहा।
बढ़ते प्रदूषण स्तर के मद्देनजर स्कूल बंद करने को लेकर सरकार की योजना के बारे में पूछे जाने पर शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने कहा, ‘‘हम स्कूल बंद करने के बारे में कोई निर्णय नियमित स्थिति के आधार पर लेंगे। जब जरूरत उत्पन्न होगी, हम यह कदम उठाएंगे।’’
दिल्ली में बुधवार को वायु की गुणवत्ता और खराब हो गई। इसके लिए मुख्य तौर पर हरियाणा और पंजाब में पराली जलाया जाना जिम्मेदार है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार पूर्वाह्न 11 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 416 था। वायु गुणवत्ता सूचकांक 401 से 500 को ‘गंभीर’ माना जाता है और 500 से अधिक को ‘‘गंभीर और आपात’’ श्रेणी का माना जाता है।
नवम्बर 2017 में सरकार ने वायु गुणवत्ता खराब होने के कारण कुछ दिनों के लिए स्कूलों को बंद कर दिया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को घोषणा की कि दिल्ली सरकार प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी के मद्देनजर शुक्रवार से स्कूलों में छात्रों को मास्क वितरण शुरू करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में सरकारी और निजी स्कूलों में 50 लाख एन95 मास्क छात्रों को वितरित किये जाएंगे। छात्रों को दो मास्क का एक किट दिया जाएगा जो कि धुंध से निपटने के लिए अच्छी गुणवत्ता का मास्क होता है। मास्क का वितरण एक सप्ताह तक किया जाएगा।’’