दिल्ली से सेट गाजियाबाद स्थित वैशाली मेट्रो स्टेशन पर नौंवी के छात्र की उसके दोस्त और अन्य साथियों ने हत्या कर दी। उसका शव शुक्रवार को सुबह नोएडा स्थित इकोटेक इलाके से बरामद हुआ। पुलिस ने शुक्रवार कोही दो आरोपियों विराट उर्फ अवधेश और विशाल को गिरफ्तार कर लिया। तीसरा आरोपी नाबालिग है जो इंदिरापुरम निवासी है। नौंवी के छात्र का अपहरण इसलिए किया गया था ताकि फिरौती मांग कर कर्ज चुकता किया जा सके। एसएसपी वैभव कृष्ण ने एक प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि पीड़ित 16 वर्षीय आयुष इंदिरापुरम के एक निजी स्कूल का छात्र था।
गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर 2 में रहने वाले आयुष के पिता एक राजनेता के मैनेजर हैं। आयूष 16 साल का था और 9वीं क्लास में पढ़ता था। उसकी दोस्ती घर के पास ही कुछ लोगों से हुई। विराट ने आयूष की मदद की थी। इस मदद के बाद दोनों अच्छे दोस्त हो गयी।
दोनों मिलने लगे। विराट ने आयूष को अपने पिता से पैसे निकालने का तरीका बताया आयूष इस प्लान में शामिल नहीं होना चाहता था। विराट के साथ उसका दोस्त विशाल और एक नाबालिग दोस्त भी शामिल था। आयूष इस प्लान में शामिल नहीं होना चाहता था। विराट और विशाल ने आयूष को फोन कर मिलने के लिए बुलाया। 16 अप्रैल को एक बार फिर दोनों ने मिलकर आयूष को मनाने की कोशिश की।
आयूष जब नहीं माना तो उसकी कोल्डड्रीक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया। आयूष जब होश में आया तो इन दोनों ने इसे एक बार फिर मनाने की कोशिश की आयूष जब नहीं माना तो इनके बीच झगड़ा हो गया। आयुूष को धक्का दिया तो उसे चोट आ गयी। दोनों डर गये कि अब आयूष घर जाकर सारी बात बता देगा। तीनों ने सिर कुचल कर आयुष की हत्या कर दी और शव को पानी के गड्ढे में छुपा दिया।
पुलिस के मुताबिक अपहरण की साजिश विराट ने नाबालिग आरोपी के साथ मिलकर रची थी। विराट पर 2.30 लाख रुपये का कर्ज है। वह फिरौती की रकम से उसे उतारना चाहता था।
पुलिस की जानकारी के अनुसार 16 अप्रैल की दोपहर उसके मोबाइल पर विराट शर्मा नाम के शख्स का फोन आया। जिसके बाद वह आधा घंटे में वापस लौट आने की बात कह घर से निकला, उसके बाद से वह वापस नहीं आया। इसके बाद परिजनों ने 17 अप्रैल को इंदिरपुराम थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के बाद विराट शर्मा से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली।
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