नई दिल्ली : चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक अलका लांबा कई मौकों पर अपनी ही पार्टी के फैसलों पर सवाल उठाकर उनकी खिलाफत करती दिखी हैं। एक बार फिर से अलका लांबा का बयान आया है, जिसमें उन्होंने पार्टी छोड़ने की बात कही है। लांबा ने कहा कि उन्होंने पार्टी छोड़ने का मन बना लिया है। अलका लांबा ने कहा कि पार्टी ने कई मौकों पर मुझे अपमानित करने का काम किया है, मुझे मीटिंग में नहीं बुलाया जाता है, बार-बार मुझे अपमानित किया जाता है, मैं 20 साल कांग्रेस में रही और वहां भी संघर्ष किया लेकिन आम आदमी पार्टी में मुझे सम्मान नहीं मिला।
लांबा ने कहा कि मैंने पार्टी छोड़ने का मन बना लिया है और इसको लेकर मैं चार अगस्त को फैसला करूंगी कि मुझे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ना है या नहीं। आप विधायक ने कहा कि जिस दिन मैं अपने विधानसभा के विकास कार्यों के लिए आवंटित धन खर्च कर दूंगी, उसके अगले ही दिन मैं पार्टी छोड़ दूंगी।’ वहीं अलका लांबा के इस बयान पर आम आदमी पार्टी की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है।
आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने अलका लांबा के इस बयान को सुर्खियों में रहने के लिए दिया गया बयान करार दिया। भारद्वाज ने कहा कि अलका लांबा खबरों में रहना चाहती हैं। उन्होंने पार्टी छोड़ने के बारे में पहले भी कई बार कहा है लेकिन वह अपनी विधायकी खोने से डरती हैं। अगर उनको इस्तीफा देना था, वे पार्टी नेतृत्व को अपना इस्तीफा सौंप सकती हैं जो उन्होंने नहीं किया है। मीडिया में इसकी घोषणा करना केवल ड्रामा है।