बागी आप विधायक अलका लांबा को विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने उनके निर्देशों की ‘‘अवज्ञा’’ करने के लिए शुक्रवार को सदन से मार्शलों के जरिए बाहर कर दिया। मानसून सत्र के दूसरे दिन चांदनी चौक से विधायक ने आरोप लगाया कि दो परिवारों को हाल ही में निजी दुकानों से दवाएं खरीदनी पड़ी जबकि दिल्ली सरकार का दावा है कि उसके अस्पतालों में निशुल्क दवाएं उपलब्ध कराई जाती है।
अलका लांबा ने दावा किया कि यह मामला दिल्ली सरकार के तहत आने वाले जीबी पंत अस्पताल का है। इन आरोपों का जवाब देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सदन को बताया कि वह आरोपों की जांच कराएंगे। अध्यक्ष द्वारा बैठने के लिए कहने के बावजूद लांबा लगातार इस मुद्दे को उठाती रहीं। जब वह रुकी नहीं तो गोयल ने मार्शल बुलाकर उन्हें सदन से बाहर करने का आदेश दिया।
असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने पर विधानसभा से निलंबित हुए BJP विधायक
इससे पहले सदन में हंगामा कर रहे बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा और नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता को सदन की कार्यवाही से दो दिन के लिए निलंबित कर दिया। अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे विपक्ष के सदस्यों को चेतावनी दी लेकिन जब वे नहीं माने तो मार्शल बुलाकर सिरसा और विजेंद्र गुप्ता को सदन से बाहर करवा दिया। विधानसभा की कार्यवाही से निलंबित किये जाने के खिलाफ विपक्षी बीजेपी विधायक मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।