राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप लगातार बरकरार है। कोरोना वायरस के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में जिलों को महामारी के प्रकोप को देखते हुए क्षेत्र-वार वर्गीकरण किया है जिसके अनुसार जिलों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में रखा गया है। जोन के हिसाब से राहत भी दी गयी है। वहीं राजधानी को रेड जोन में रखा गया है। रेड जाने में वैसे क्षेत्र को रखा गया है जहां कोरोना संक्रमण के 10 या उससे अधिक मामले हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि केंद्र द्वारा दिल्ली को रेड जाने में रखा गया है इसलिए राजधानी में 17 मई तक सख्ती से लॉकडाउन का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान सिर्फ वही छूट दी जाएगी जो केंद्र के द्वारा गाइडलाइन्स में जारी की गयी है अन्यथा किसी भी तरह की राहत दिल्लीवासियों को नहीं मिलेगी।
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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार दूसरे राज्यों से बात कर रहे हैं। जिस राज्य के नागरिकों को वापस भेजना है वो स्पेशल ट्रेन के लिए अनुरोध करेंगे और दिल्ली सरकार अपनी तरफ से मेडिकल सहयोग देगी। सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोटा में पढ़ाई कर रहे छात्रों की वापसी को लेकर भी कदम उठाया जा रहा है। जिसके लिए 40 बसों को कोटा भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा ध्यान आजादपुर मंडी पर है ताकि वहां एकसाथ ज्यादा लोग इकट्ठा ना हों।
बता दें कि दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 223 नये मामले सामने आने से राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के कुल मामले बढ़ कर 3,738 हो गये हैं। सरकार ने यह भी बताया कि यहां दो और लोगों की मौत हुई है और कोविड-19 से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर अब 61 हो गई है।