कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, बावजूद इस मुद्दे का कोई समाधान नहीं निकला। इस बीच मोदी सरकार देश के 9 करोड़ किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपए डालने वाली है। किसानों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह ने दिल्ली के महरौली में किसान सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा, प्रधानमंत्री मोदी एक बटन के एक क्लिक से आज 9 करोड़ से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अगली किस्त के रूप में 18,000 करोड़ रुपये जारी करेंगे। वह किसानों के सच्चे शुभचिंतक हैं।
कृषि कानून को किसानों के लिए हितकारी बताते हुए उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, विपक्ष एमएसपी को लेकर किसानों को गुमराह कर रहा है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि एमएसपी प्रणाली रहेगी। उन्होंने कहा, तीनों कृषि कानून किसानों के पक्ष में हैं। कोई भी एमएसपी प्रणाली को नहीं हटा सकता है और न ही किसानों की जमीन छीन सकता है। सरकार किसानों की यूनियनों के साथ खुले दिल से बातचीत करने के लिए तैयार है।
गृहमंत्री ने कहा, जब नरेंद्र भाई प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना लेकर आए तब राहुल बाबा समेत विपक्ष के सभी नेता कहते थे कि किसानों का कर्ज माफ करो। कांग्रेस की सरकार ने 10 साल में 60,000 करोड़ का कर्ज माफ किया। नरेंद्र मोदी ने ढाई साल में ही 95,000 करोड़ किसानों के खाते में डलवा दिया।
अमित शाह ने कहा, 2013-14 में जब यूपीए की सरकार थी, कांग्रेस की सरकार थी, सोनिया-मनमोहन की सरकार थी तब किसानों का बजट था 21,900 करोड़ रुपये था। अभी मोदी जी ने किसानों के लिए अंतरिम बजट में 21,900 करोड़ से बढ़ाकर 1,34,399 करोड़ रुपये किया।