अलगाववादी अमृतपाल सिंह का एक नया वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें वह अपने प्रमुख सहयोगी पपलप्रीत सिंह के साथ दिख रहा है। वीडियो में अमृतपाल सिंह बिना पगड़ी के और मास्क पहने हुए दिख रहा है।
इस सीसीटीवी फुटेज पर कोई तिथि नहीं है और यह दिल्ली के एक बाजार का बताया जा रहा है। इसमें भगोड़ा अमृतपाल काला चश्मा पहने सड़क पर चलते हुए दिख रहा है, जबकि पपलप्रीत सिंह एक बैग के साथ उसके पीछे चलते दिख रहा है।
इस नये फुटेज पर पंजाब पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या वीडियो में दिख रहे व्यक्ति अमृतपाल सिंह और उसका सहयोगी है। अधिकारी ने कहा, ‘‘अभी तक हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है और न ही यह पुष्टि ही हुई है कि वीडियो जिस जगह बनाया गया, वह दिल्ली में है। हालांकि, हम इसकी पुष्टि कर रहे हैं।’’
यह वीडियो अमृतपाल सिंह और पपलप्रीत सिंह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के एक दिन बाद सामने आया है। उक्त तस्वीर में दोनों आरामदेह मुद्रा में दिखते हैं और अमृतपाल सिंह पेय पदार्थ की कैन पकड़े नजर आया था।
तस्वीर में दिख रहा पपलप्रीत सिंह अमृतपाल सिंह का मार्गदर्शक बताया जाता है। वह कथित तौर पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था।
अठारह मार्च को अमृतपाल और उसके संगठन 'वारिस पंजाब दे' के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई शुरू होने के बाद से उसकी कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं। पुलिस ने कहा कि वह कई बार अपना हुलिया बदल चुका है।
पुलिस ने पहले कहा था कि अमृतपाल सिंह और पपलप्रीत सिंह को 19 मार्च को हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद में एक महिला ने कथित तौर पर अपने घर में शरण दी थी।
पच्चीस मार्च को, एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, जिसमें अमृतपाल सिंह कथित तौर पर मोबाइल फोन पर बात करते हुए दिखा था।
अमृतपाल और उसके सहयोगियों के खिलाफ वैमनस्य फैलाने, हत्या के प्रयास, पुलिसकर्मियों पर हमले और लोकसेवकों के कर्तव्य निर्वहन में बाधा उत्पन्न करने से संबंधित कई आपराधिक आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने उनमें से कुछ पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून भी लगाया है।
पंजाब पुलिस ने रविवार को कहा कि उसने एहतियातन हिरासत में लिए गए 353 लोगों में से 197 लोगों को रिहा कर दिया है।