देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर बरकरार है। इस वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या लगातार तेज है। इस बीच संसद में कार्यरत राज्यसभा सचिवालय का एक अधिकारी शुक्रवार को कोरोना से संक्रमित पाया गया। संसदीय परिसर में कोविड-19 संक्रमण का यह चौथा मामला है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
चार में से तीन लोगों को तीन मई को संसद का कामकाज पुन: आरंभ होने के बाद संक्रमण हुआ और वे काम पर आए थे।सूत्रों ने बताया कि निदेशक स्तर का अधिकारी और उसके परिवार के सदस्य संक्रमित पाए गए हैं। अधिकारी 28 मई को काम पर आया था। सूत्रों ने बताया कि संसदीय सौध भवन की दो मंजिल सील कर दी गई हैं। यह भवन में कार्यरत किसी अधिकारी के संक्रमित पाए जाने का दूसरा मामला है।
इससे पहले संपादकीय एवं अनुवाद सेवा विभाग में काम करने वाला लोकसभा सचिवालय का एक अधिकारी संक्रमित पाया गया था। सूत्रों ने बताया कि संसद में काम करने वाला सबसे पहले संक्रमित पाया गया व्यक्ति चतुर्थ वर्ग का कर्मचारी है और वह 23 मार्च को बजट सत्र के स्थगित होने के बाद से ही घर में था। संक्रमित पाया गया एक अन्य व्यक्ति सुरक्षा अधिकारी है।
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लोकसभा सचिवालय अधिकारी के संक्रमित पाए जाने के बाद प्राधिकारियों ने काम पुन: शुरू करने से पहले पूरे परिसर को संक्रमण मुक्त (सैनेटाइज) किया था और इसके बाद भी सभी एहतियाती कदम उठाए गए। किसी भी कर्मचारी को बिना जांच संसद भवन में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है और वाहनों को परिसर में प्रवेश करने से पहले संक्रमण मुक्त किया जा रहा है।
सूत्रों ने संकेत दिया है कि संसद के सचिवालयों, अन्य शाखाओं एवं इससे लगी इमारतों में कार्य करने वाले कुछ और कर्मचारियों में भी कोरोना वायरस के लक्षण मिले हैं। उल्लेखनीय है कि कृषि भवन, शास्त्री भवन और नीति आयोग समेत संसद भवन के आसपास की सरकारी इमारतों को कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आने की वजह से एक या दो दिन के लिए सील किया गया था। इन सरकारी इमारतों में कई मंत्रालयों एवं मंत्रियों के कार्यालय हैं।