आम आदमी पार्टी (AAP) की 9वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगले 2 साल में आम आदमी पार्टी (आप) ने 6 राज्यों में चुनाव लड़ेगी। ये राज्य है- उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात। उन्होंने कहा कि लोगों ने आप का समर्थन किया है, क्योंकि उन्हें एहसास है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस दोनों ने वर्षों तक शासन किया, लेकिन इन पार्टियों ने ऐसा कुछ नहीं किया जिससे आम आदमी का जीवन बदल सके।
उन्होंने कहा, “दिल्ली के बाहर के लोग भाजपा और कांग्रेस दोनों की फूट डालो और राज करो की नीति से तंग आ चुके हैं और अब उन्होंने आप को एक विकल्प के रूप में देखना शुरू कर दिया है। अन्य राज्यों में भी लोग मुफ्त पानी और मुफ्त बिजली चाहते हैं और उन्हें पता है कि केवल आप ही ऐसा कर सकती है। पार्टी कार्यकर्ताओं या नेताओं के तौर पर आपको लोगों तक पहुंचना होगा।”
केजरीवाल ने कहा, “पहले लोग कहते थे कि आप दिल्ली केंद्रित पार्टी है, जिसका राष्ट्रीय राजधानी के बाहर कोई आधार नहीं है, लेकिन अब लोगों ने आप के प्रति अपने विचार बदल दिए हैं। हमने कड़ी मेहनत की है और साबित किया है कि आप के पास देश के लिए एक विजन है।” दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “पिछले छह वर्षों में दिल्ली में हमारे काम पर लोगों का ध्यान गया है।”
केजरीवाल ने दोहराया कि दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाएं कोरोना वायरस महामारी से निपटने में सफल साबित हुई हैं। उन्होंने कहा कि यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मनीष सिसोदिया जी को चुनौती दी कि आए और हमारे साथ बहस करे। जब मनीष जी पहुंचे तो वो भाग खड़े हुए। इन्होंने काम किया ही नहीं। जब मनीष जी स्कूल देखने के लिए गए तो पुलिस ने उन्हें वही रोक लिया। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि स्कूल की ज़्यादा हलत खराब है, जिस स्कूल को उन्हें दिखाने में डर लग रहा वहां हमारे करोड़ो बच्चे पढ़ रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 26 जनवरी की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जो वास्तव में इसके लिए जिम्मेदार है। उस दिन जो कुछ भी हुआ वह इस आंदोलन को रोक नहीं सकता। हम सभी को किसानों का समर्थन करना चाहिए लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से।