दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को हाइड्रोलिक लिफ्ट, सीसीटीवी कैमरों और पैनिक बटन से लैस सौ स्टैंडर्ड फ्लोर बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस महीने की शुरुआत में दिल्ली सरकार ने सौ अन्य बसों को सड़क पर उतारा था। अगस्त से अब तक 329 नई स्टैंडर्ड फ्लोर बसों को दिल्ली सरकार हरी झंडी दिखा चुकी है।
बृहस्पतिवार को सौ और बसें चलाने के साथ दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल सिस्टम (डीआईएमटीएस) द्वारा चलाई जा रही क्लस्टर बसों की संख्या अब 2008 हो गयी है।
इस मौके पर केजरीवाल ने उम्मीद जताई कि नई बसों के आ जाने से दिल्ली में सार्वजनिक यातायात की अनुपलब्धता और अनियमितता से लोगों को राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ जिस तरह से दिल्ली में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव हुए, हम चाहते हैं कि सार्वजनिक यातायात भी तकनीकी रूप से उन्नत हो और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान हासिल हो सके।’’
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक डीटीसी में 470 नई लो फ्लोर बसें अगले साल मई तक जुड़ जाएंगी। नई स्टैंडर्ड फ्लोर बसे जीपीएस ट्रैकर, पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरों और हाइड्रोलिक लिफ्ट से लैस हैं।
ये सारी बसें पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, मुबारकपुर डबास, निलोथी, बाकोली मंदिर, रोहिणी सेक्टर 23, लुम्पुर बॉर्डर के बीच चलेंगी। इसके अलावा 15 बसें कुतुबगढ़ से पालिका केंद्र और 20 बसें उत्तम नगर और दिल्ली हवाईअड्डे के बीच चलेंगी।