राजधानी दिल्ली में अब फेसलेस सर्विस लागू की गई है, इसके जरिए परिवहन विभाग की करीब 33 सेवाएं आपको घर बैठे मिल पाएंगी। जिनमें ड्राइविंग लाइसेंसभी शामिल है। ये स्कीम 11 अगस्त यानी बुधवार से शुरू हो रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को इस योजना को लॉन्च किया और कहा कि यह एक क्रांतिकारी कदम है।
केजरीवाल ने आईपी एस्टेट मोटर लाइसेंसिंग कार्यालय (एमएलओ) के दरवाजे पर ताला लगा दिया, जो इस बात का प्रतीक है कि लोगों को अपने काम के लिए अब इस कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है और वे इसे ऑनलाइन माध्यम से करा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के आने के बाद इस फील्ड में कई अहम फैसले लिए गए हैं। आज से जो नियम लागू हुआ है, उससे दफ्तर-फाइलिंग का सिस्टम खत्म हो गया है। अब आपको किसी के पास जाने की जरूरत नहीं है, सिर्फ अपने फोन-कम्प्यूटर पर जाकर आप इन सुविधाओं को ले सकते हैं।
दिल्ली सीएम ने कहा कि अभी सिर्फ ड्राइविंग टेस्ट के लिए और गाड़ी की फिटनेस चेक करवाने के लिए ही दफ्तर में आना होगा, बाकि सभी सुविधाएं ऑनलाइन होंगी। परिवहन विभाग से इसकी शुरुआत की गई है, धीरे-धीरे सभी विभागों में ये लागू कर दिया जाएगा। अब दिल्ली में लोगों को लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस, पक्का ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट, एनओसी, ड्राइविंग लाइसेंस का रिन्यूवल, डूप्लिकेट परमिट, परमिट सरेंडर, परमिट ट्रांसफर समेत अन्य कई सुविधाएं घर बैठे मिल पाएंगी।
उन्होंने कहा कि यह 21वीं सदी के भारत और प्रौद्योगिकी के उपयोग की दिशा में एक कदम है। परिवहन संबंधी सभी सेवाएं अब परिवहन कार्यालयों में आए बिना, छुट्टी लिए बिना या बिचौलियों के झमेले में पड़े बिना प्राप्त की जा सकती है। इस अवसर पर दिल्लीवासियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ पर वास्तविक स्वतंत्रता बिचौलियों, रिश्वतखोरी और लंबी कतारों से निजात होगी।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि पांच महीने के परीक्षण के बाद ये ऑनलाइन सेवाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि एमएलओ कार्यालय पर सांकेतिक ताला वास्तव में भ्रष्टाचार और लंबी कतारों का अंत है।