नई दिल्ली : जोधपुर जेल में बंद आसाराम बापू पर बुधवार को अदालत का फैसला आएगा। मगर दिल्ली की चौकसी बढ़ा दी गई है। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक पुलिस का पहरा होगा। ताकि दिल्ली में कानून व्यवस्था बनी रहे। दिल्ली पुलिस ने बाबा राम-रहीम प्रकरण के बाद राजधानी दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का फैसला किया। बता दें कि बाबा राम-रहीम पर कोर्ट के फैसले के बाद जिस तरह दिल्ली में कुछ जगह उपद्रव की घटनाएं हुई थी।
ट्रेन और बसों को आग लगाकर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। इसी उपद्रवी ऐसी हरकत को दौबारा न दोहरा सकें। इसलिए पहले से सख्ती बरती जाएगी। जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। कहीं भीड़ जमा होते ही एक्शन लिया जाएगा। स्पेशल सीपी एवं दिल्ली पुलिस के मुख्य प्रवक्ता दीपेंद्र पाठक ने कहा कि आसाराम पर फैसले वाले दिन दिल्ली पुलिस अलर्ट रहेगी। इसके अलावा सभी थानों में पेट्रोलिंग बढ़ाने के लिए कहा गया है।
दिल्ली-हरियाणा व यूपी पुलिस ऑफिसर संपर्क में
दिल्ली, हरियाणा और यूपी पुलिस के ऑफिसर भी आपस में संपर्क बनाए हुए हैं। यदि आसाराम को दोषी ठहराया तो उनके समर्थक दिल्ली के बॉर्डर एरिया में हंगामा या विरोध-प्रदर्शन कर सकते हैं। पुलिस लोकल इंटेलिजेंस के जरिए आसाराम के आश्रमों और उनके समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखने का दावा कर रही है। पुलिस सूत्रों की माने तो दिल्ली-एनसीआर में आसाराम के आश्रमों में उनके समर्थक जमा हो रहे हैं। इनमें महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं। समर्थकों का कहना है कि अदालत से उनके बापू को इंसाफ मिलेगा। इसलिए वे प्रार्थना करने के लिए जमा हुए हैं। मर्थक आश्रमों में कीर्तन और पूजा पाठ कर रहे हैं।
इन जगहों पर है आश्रम…
पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से आश्रमों की लिस्ट तैयार कर ली है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में करोल बाग रिज रोड, रजोकरी, पालम, सीलमपुर, बदरपुर, मोहन गार्डन, गाजियाबाद नन्द ग्राम, गुरुग्राम सेक्टर-12 व अन्य जगहों पर आसाराम बाबू के आश्रम हैं। सभी आश्रम में समर्थक जुटने लगे हैं। यदि वह अदालत के फैसले से नाखुश हुए तो सड़कों पर विरोध जता सकते हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं भी आसाराम बाबू की समर्थक हैं। अगर महिलाएं भी सड़कों पर आती हैँ, तो उन्हें नियंत्रित रखने के लिए बड़ी संख्या में महिला पुलिस का तैनात किया जा सकता है।
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