पंजाब केसरी के संपादक अश्विनी कुमार मिन्ना एक शानदार क्रिकेटर भी रहे। वह पंजाब की रणजी टीम में खेले और सीके नायडू ट्रॉफी जीतने वाली नाथ जोन की टीम के सदस्य भी रहे। दाएं हाथ के लेग ब्रेक गेंदबाज अश्विनी कुमार को युवावस्था के दिनों में भारतीय स्पिन गेंदबाजी का उभरता सितारा माना जा रहा था। उनकी स्पिन गेंदबाजी का जलवा भारत के शीर्ष स्पिनर बिशन सिंह बेदी, वेंकटराघवन और चंद्रशेखर ने उन्हें भारत के आगामी शीर्ष स्पिनरों में शुमार होने के काबिल बताया था।
बल्लेबाजी के आकड़े
मैच 25
पारी 29
रन 155
उच्चतम स्कोर 34*
औसत 8.61
कैच 8
गेंदबाजी के आकड़े
मैच 25
गेंद 3525
रन 1682
विकेट 73
औसत 23.04
इकोनॉमी 2.86
स्ट्राइक रेट 48.28
5 विकेट 4
10 विकेट 1
परिवार में हुई अचानक त्रासदियों ने उन्हें अपना क्रिकेट करियर छोड़ कर पत्रकारिता करने के लिए मजबूर किया तो उन्होंने वहां भी अपनी प्रतिभा का जलवा दिखाया। एक क्रिकेटर के तौर पर अश्विनी कुमार मिन्ना ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बेहद शानदार प्रदर्शन किया और उन्होंने अपने करियर में भारतीय क्रिकेट बोर्ड इलेवन, पंजाब, नार्थ जोन और शेष भारत के लिए क्रिकेट खेली। वह भारतीय टीम में चयन के दावेदार थे लेकिन उससे पहले ही उन्हें क्रिकेट छोड़नी पड़ी।
उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 25 मैच खेले जिसमें उन्होंने 23.04 के औसत से 73 विकेट हासिल किये। इस दौरान उनका इकानामी रेट 2.86 रहा जो बेहद शानदार माना जाता है। अश्विनी कुमार ने चार बार पारी में पांच विकेट हासिल किये और एक बार दस विकेट लेने का कारनामा भी किया।
पंजाब केसरी दिल्ली के मुख्य संपादक और पूर्व भाजपा सांसद श्री अश्विनी कुमार जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि
उन्होंने 48.28 के स्ट्राइक रेट से 1682 रन खर्च किये। अपने करियर में उन्होंने 3525 गेंदें फेंकी। उन्होंने बल्लेबाज के तौर पर 25 मैचों में 155 रन भी बनाये। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जम्मू-कश्मीर के खिलाफ था जब उन्होंने 15 रन देकर छह विकेट चटकाये। परिस्थितियों के प्रतिकूल होने के कारण उन्हें अपना क्रिकेट करियर छोड़ना पड़ा अन्यथा वह देश के सबसे शानदार स्पिनरों में शुमार हो सकते थे।