पश्चिमी दिल्ली : तिलक नगर पुलिस ने इलाके में 88 लोगों के अकाउंट में सेंध लगाकर उनकी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ करने वाले ठगों के एक गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी कार्ड का क्लोनिंग कर खाते से रकम निकाल लेते थे। गिरफ्तार बदमाशों में गिरोह का सरगना भी शामिल है। आरोपियों की पहचान धर्मेंद्र सैनी (38), सिद्धार्थ (30), सुनील कुमार (36) और मयंक शुक्ला (27) के रूप में हुई है।
पुलिस ने इनकी निशानदेही पर नकद 15 लाख 60 हजार रुपये, इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण, तीन सौ बिना क्लोनिंग के कार्ड, 85 क्लोन कार्ड के अलावा तीन लग्जरी गाड़ियां व दो मैगजीन, एक पिस्टल और 16 कारतूस बरामद किए हैं। गैंग के सरगना समेत दो बदमाशों पर पहले से 20 मामले दर्ज हैं। पुलिस गैंग के फरार सदस्यों की तलाश कर रही है।
जिले की डीसीपी, मोनिका भारद्वाज ने बताया कि करीब एक सप्ताह पहले तिलक नगर थाना में करीब 88 लोगों ने अकाउंट से रुपए निकाले जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर गुरुसेवक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच शुरू की। पुलिस टीम जांच के दौरान शिकायतकर्ताओं से पूछताछ के साथ एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। साथ ही पुलिस ने इस तरह की वारदातों में शामिल बदमाशों के रिकार्ड भी खंगाले।
तकनीकी जांच कर पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के चार बदमाशों नजफगढ़ निवासी धर्मेंद्र सैनी, सुनील कुमार, उत्तम नगर निवासी सिद्धार्थ(30) और कन्हैया नगर निवासी मयंक शुक्ला(27) को दबोच लिया। पुलिस जांच में पता चला कि धर्मेंद्र सैनी गैंग का सरगना है। उसने सिद्धार्थ के साथ मिलकर दिल्ली के अलावा जयपुर और मुंबई में भी इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुका है।
बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि वह ऐसे एटीएम बूथ को निशाना बनाते थे, जहां कोई भी सिक्योरिटी गार्ड मौजूद नहीं होता था। वह एटीएम में स्किमिंग मशीन लगा देते थे जो लोगों के एटीएम का डाटा ट्रांसफर कर लेती थी। बाद में उस डाटा के जरिए एक क्लोन कार्ड तैयार कर लोगों के खाते में सेंध लगाते थे।
ठगों से मिले करीब सवा चार सौ कार्ड
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनके पास से स्किमिंग मशीन के साथ-साथ बिना क्लोन किए गए 300 कार्ड, 85 क्लोन कार्ड और 30 डेबिट कार्ड बरामद किए हैं। इसके अलावा पुलिस ने इनके पास से 50 डाटा केबल, यूएसबी चार्ज केबल, चार बैट्रीयुक्त प्लास्टिक पैनल, चिप, छोटा कैमरा, 6 प्लास्टिक पैनल, चार माउस, पैनल में लगने वाले 12 बैट्री, कार्ड रीडर में इस्तेमाल 30 छोटी बैट्री, चार कार्ड रीडर, एक पिस्टल, 16 कारतूस, एसयूवी, आई-20 कार, एक स्कोर्पियों, दो लैपटॉप, चार मोबाइल और 15.6 लाख रुपए बरामद किए हैं।
ऐसे लगाते खाते में सेंध
पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सबसे पहले वह उस इलाके में रेकी करते थे, जहां बिना सिक्योरिटी गार्ड के एटीएम होते थे। उन एटीएम को चिह्नित कर मयंक उन एटीएम में जाकर उसमें लगे सीसीटीवी पर काले रंग वाले केमिकल स्प्रे कर देता था, ताकि मशीन में स्किमिंग डिवाइस लगाने के दौरान आरोपियों की पहचान न हो सके। उसके बाद धर्मेंद्र सैनी उस एटीएम मशीन में स्किमिंग डिवाइस लगाता था। उसमें मेमोरी कार्ड, बैट्री और कैमरे लगे होते थे।
मशीन में लगा डिवाइस एटीएम से रुपए निकालने वाले लोगों के कार्ड का डाटा और उनके पासवर्ड को चुराता था। सदस्य लैपटॉप और कार्ड राइटर की सहायता से क्लोन कार्ड तैयार करते थे और क्लोन कार्ड के जरिए लोगों के अकाउंट से रुपए निकाल लेते थे। द्वारका, महीपालपुर, पालम, जनकपुरी के डिस्ट्रिक्ट सेंटर, विकासपुरी सहित अन्य जगहों के एटीएम में डिवाइस लगाने की बात स्वीकार की है।