दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर चुनाव हो चुके हैं। आप कांग्रेस और भाजपा ने इन चुनावों में पूरा जोर लगा दिया है लेकिन नतीजों से पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल का एक नया बयान आया है। उन्होंने कहा कि आखिरी समय में मुस्लिम वोट कांग्रेस को शिफ्ट कर गए। चुनाव के 48 घंटे पहले तक लग रहा था कि सातों सीटें आप को मिल रही हैं। लेकिन आखिरी समय में चुनाव से एक रात पहले पूरा मुस्लिम वोट कांग्रेस की तरफ शिफ्ट हो गया। हम पता लगा रहे थे कि क्या हुआ है।
पूरा मुस्लिम वोट वो कांग्रेस को शिफ्ट हो गया। केजरीवाल के इस बयान पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि पता नहीं वह क्या कहना चाह रहे हैं? कोई भी किसी को वोट दे सकता है। लोग केजरीवाल के शासन मॉडल को न तो समझते थे और न ही पसंद करते थे। बता दें कि आप नेता राजेन्द्र पाल गौतम ने चुनाव में मुस्लिम वोटर्स के कन्फ्यूज होने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि सभी सीटों पर आप को जीत मिलने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन मुस्लिम वोटर ने कन्फ्यूजन में वोट डाला, जिसके चलते कुछ वोट कांग्रेस की तरफ शिफ्ट हुआ।
गौरतलब है कि दिल्ली में कुल मतदाता एक करोड़ 43 लाख से अधिक हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार दिल्ली में मुस्लिम वोट 13 फीसद हैं। दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर रविवार 12 मई को छठे चरण में वोट डाले गए थे और कुल मतदान 60.52 फीसदी रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से उत्तरी-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा वोटिंग हुई थी। यहां पर 63.39 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।