हरिद्वार : मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत हरिद्वार आकर संसद कर चले जाते हैं, लेकिन गंगा पर कुछ क्यों नहीं बोलते हैं। स्वामी शिवानंद ने सवाल उठाया कि राम मंदिर निर्माण की बात करने वाले भागवत को गंगा रक्षा को तप कर रहे सांनद क्यों नहीं नजर आते हैं। आश्रम में पत्रकार वार्ता में शिवानंद ने कहा कि जिस प्रकार बाबर के समय में राममंदिर टूटा, ठीक उसी प्रकार आज मां गंगा को नष्ट किया जा रहा हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जैसे राममंदिर के निर्माण की बात हरिद्वार में कहते हैं, लेकिन करोड़ों हिन्दुओं की आस्था और अस्मिता की प्रतीक गंगाजी के बारे में कुछ नहीं कहते हैं। भागवत संतों के साथ धर्म संसद कर लौट जाते हैं, जिन्हें न तो धर्म के बारे में कुछ पता है और न ही उन्हें धर्म से कोई मतलब है। जबकि हरिद्वार में 104 दिन से तप कर रहे स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद की तरफ उनका ध्यान नहीं जाता है।
जीवन की हर परिस्थिति का सामना करना है : भागवत
उधर, अतिक्रमण के मामले में स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि अतिक्रमण हटाने को लेकर सरकार और प्रशासन हाईकोर्ट के आदेश का पूरी तरह पालन नहीं कर रहे हैं। दरअसल, आदेश में यह भी कहा गया है कि जिस अधिकारी के कार्यकाल में अतिक्रमण हुए, उन पर भी कार्रवाई हो, लेकिन अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।