उज्जैन : उज्जैन में पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगो मैं दहशत फैलाने फायरिंग चाकू बाजी और तोड़फोड़ करने वाले एक गिरोह को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। इस गिरोह का सरगना दुर्लभ कश्यप नाम काा आरोपी है जो अपने फेसबुक अकाउंट पर स्टेटस में खुद को कुख्यात बदमाश हत्यारा और अपराधी बताते हुए लिखा है कि कोई सा भी कैसा भी विवाद करनाा हो तुम मुझसे संपर्क करें यही नहीं वह अपने फेसबुक अकाउंट पर वारदात की खबरें भी पोस्ट करता था।
आरोपियों के पास से 5 पिस्टल एक देसी कट्टा 5 तलवार 8 चाकू और करीब 25 खाली कारतूस जब्त किए आरोपी अपनी गैंग में शामिल करने के लिए सोशल मीडिया पर उससे संपर्क करने की भी बात करता था उज्जैन पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर ने इस गिरोह का शनिवार दोपहर खुलासा किया। मीडिया को जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अतुलकर ने बताया कि गिरोह का मुख्य सरगना दुर्लभ कश्यप हैं।
अब तक की पूछताछ में उसने कबूला हैं कि अपराध की दुनिया में सिरमौर बनना उसका लक्ष्य था इसलिए ही उसने एक-एक साथियों का इकट्ठा कर अपना गिरोह बनाया और फेसबुक सहित अन्य सोशल नेटवर्क पर विज्ञापननुमा लिखा कि कुख्यात बदमाश हत्यारा पीवर अपराधी, कोई सा भी केसा भी विवाद करना हो तो मुझे संपर्क करे। एसपी अतुलकर ने ये भी बताया कि ये गिरोह अपना अलग ही ड्रेस कोड बनाने की तैयारी कर रहे थे जिस पर किसी भी तरह के अपराध का ठेका लेकर ये वारदात को अंजाम दे सकते थे।
पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर के मुताबिक आरोपी दुर्लभ कश्यप के खिलाफ माधवनगर थाने में अलग-अलग चार प्रकरण हफ्तावसूली, मारपीट, चाकूबाजी, जान से मारने की धमकी, बलवा सहित अन्य धाराओं में व जीवाजीगंज में तीन, कोतवाली व महाकाल में एक-एक प्रकरण हत्या, प्राणघातक हमले, बलवा, घर में घुसकर मारपीट, जान से मारने की धमकी सहित अन्य धाराओं में मुकदमें दर्ज हैं।
पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर ने मीडिया को जानकारी दी कि 4 अक्टूबर रात में अंकपात मार्ग पर काजीपुरा निवासी भूपेंद्र पिता देवीचरण मीणा अपने दोस्तो के साथ घर के सामने खड़ा था। इसी दौरान आरोपी दुर्लभ कश्यप, राजदीप मंडलोई, रोशन शर्मा, मीतू सोनी और उसके साथी आए और मारपीट करने लगे। यहां आरोपी दुर्लभ ने पिस्टल से फायर कर जानलेवा हमला किया था।
इस वारदात के बाद इन्हीं आरोपियों ने दुर्गा कॉलोनी में मनीष मीणा, राजेश, सचिन, अजय मीणा से मारपीट कर पिस्टल से फायर कर जानलेवा हमला किया। 8 अक्टूबर को इन्हीं आरोपी व गिरोह के उनके अन्य सदस्यों ने अवंतिपुरा में फरियादी प्रहलाद कुमावत पर प्राणघातक हमला किया और इलाके में रखी कारें, ऑटो व अन्य वाहन फोड़ दिए। जिस पर आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमें बनाई गई। कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश हुआ।
पूछताछ में उनके फेसबुक वॉट्सएप ग्रुप खंगाले गए तो गिरोह के जुर्म करने की मानसिकता की सारी जानकारी सामने आ गई पुलिस अधीक्षक अतुलकर के मुताबिक अब तक कुल 15 सदस्य गिरफ्तार हो चुके हैं। जिनमें आरोपी चेतन राठौर, शुभम भाटी व अमित सोनी को 9 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि आरोपी सूरत नरवले, अमन मालवीय, गोलू उर्फ शाइन, आदित्य चावरे, मीतू उर्फ कुशाग्र सोनी व दुर्लभ कश्यम को 13 अक्टूबर ग्राम गौंनसा स्थित जीवाजीगंज थाने के हिस्ट्रीशीटर अनिल डागर के फार्म हाउस से डकैती की योजना बनाते हुए गिरफ्तार किया गया।