बिहार टॉपर घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी बच्चा राय की 10 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। सीज की गई सभी संपत्तियां वैशाली जिले में है। बच्चा राय की 28 संपत्तियों को सीज किया है। इनमें दो मंजिला मकान, निर्माणाधीन कॉलेज और 26 जमीन के प्लॉट हैं।
जब्त संपत्तियों में हाजीपुर शहर में जमीन और दो मंजिला मकान है। इसके अलावा भगवानपुर में 13, टिहरीकला में 11 प्लॉट और पातेपुर में 2 जमीन का प्लॉट है। बता दें बच्चा राय की ज्यादातर संपत्ति अपनी पत्नी, पिता और भाई के नाम पर है। भगवानपुर में ही बच्चा राय का बिशुन राय कॉलेज भी है। ये वही कॉलेज है जो 2016 में उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब यहां की छात्रा रूबी राय बिहार की आर्ट्स स्टेट टॉपर बनी थी।
बिहार टॉपर घोटाला : ED की बडी कार्रवाई, मुख्य आरोपी बच्चा राय की 4.53 करोड़ की संपत्ति जब्त
आपको बता दें कि बिहार टॉपर घोटाला सामने आने के बाद एसआईटी ने बच्चा राय के खिलाफ धोखाधड़ी, ठगी, फर्जी कागजात तैयार करने और संपत्ति का दुरुपयोग करने का मामला दर्ज किया था। एसआईटी से मिली जानकारी के अनुसार बच्चा राय के बैंक एकाउंट में 73 लाख रुपये से ज्यादा की राशि जमा है। इंटर टॉपर घोटाले के बाद बच्चा राय के घर पर की गयी छापेमारी में एक करोड़ 85 लाख रुपये की कीमत के जमीन के कागजात भी मिले थे।
बच्चा राय टॉपर स्कैम का मास्टरमाइंड है। 2014 में बिहार बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में उसकी बेटी शालिनी राय ने टॉप किया था। लेकिन टॉपर घोटाले का खुलासा 2016 में हुआ जब इंटर साइंस की परीक्षा में भी विशुन राय कॉलेज के मालिक बच्चा राय की बेटी ही टॉपर रही। रिजल्ट में गड़बड़ी सामने आने पर टॉपर लिस्ट में शालिनी को दूसरे नंबर पर रख कर सौरभ को टॉपर बताया गया लेकिन एफआईआर में शालिनी को ही टॉपर बताया गया।
बच्चा राय पैसे लेकर बोर्ड रिजल्ट बदलवाने का काम करता था। इस घोटाले के सामने आने के बाद बिहार बोर्ड के चेयरमैन लालकेश्वर प्रसदा को बच्चा राय के साथ ही गिरफ्तार कर लिया गया। दोनो जेल में हैं।