दिल्ली के चांदनी चौक में सौंदर्यीकरण के लिए चल रहे निर्माण कार्य के दौरान एक मंदिर को ढहाये जाने पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। दोनों पार्टी इस मामले के लिए एक दूसरे को दोषी ठहरा रही हैं। वहीं मंदिर ढहाये जाने के विरोध में हिंदूवादी संगठनों ने प्रदर्शन किया।
प्राचीन हनुमान मंदिर को तोड़े जाने को लेकर दिल्ली सरकार के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन कर रहे हिन्दू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उनको वाहनों में बैठाकर करीब दो किलोमीटर दूर ले जाकर छोड़ा। वहीं विहिप का कहना है कि इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है।
उपराज्यपाल से मिलेगा BJP प्रतिनिधिमंडल
बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने हनुमान मंदिर को ढहाये जाने को लेकर आप सरकार पर आरोप लगाया और कहा कि पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल उपराज्यपाल से मिलेगा और उनसे इस मामले में दखल की मांग करेगा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने अदालती आदेश के अनुसार रविवार को यह ढांचा हटाया।
उन्होंने कहा, ‘‘संबंधित स्थान पर स्थिति शांतिपूर्ण है लेकिन एहतियात के तौर पर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिये गये हैं।’’ आप नेताओं ने पलटवार करते हुए इस मंदिर को ढहाये जाने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। वरिष्ठ आप नेता दुर्गेश पाठक ने दावा किया कि बीजेपी शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने मंदिर ढहाया और आरोप लगाया कि बीजेपी ‘ऐसे घृणतम अपराध’ पर जनाक्रोश से बचने के लिए आप पर दोष मढ़ रही है। दिन में कुछ भगवा संगठनों के सदस्यों ने ढहाये गए मंदिर स्थल के समीप प्रदर्शन किया।
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के नेतृत्व में परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल उपराज्यपाल से मिला और उसने मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग की। आदेश गुप्ता ने दावा किया कि दिल्ली सरकार की धार्मिक विषयक समिति इस मामले को सुलझा सकती थी और मंदिर को ढहाये जाने से बचा सकती थी लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।