भारतीय जनता पार्टी ने निर्भया कांड के गुनहगारों की सजा माफ करने की वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह की अपील की कड़ी निन्दा करते हुए रविवार को कहा कि देश का हर नागरिक अभियुक्तों को सजा दिए जाने के पक्ष में है। पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडे और बीजेपी दिल्ली इकाई के प्रमुख मनोज तिवारी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां से इस मामले के अभियुक्तों की सजा माफ करने की अपील की है, जिसकी वह निन्दा करती है।
उन्होंने कहा कि निर्भया मामला बेहद संवेदनशील और भावनात्मक है तथा निर्भया परिवार अभियुक्तों को सजा दिए जाने के पक्ष में है। उन्होंने इंदिरा जयसिंह पर आम आदमी पार्टी से नजदीकी संबंध होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें सजा माफ करने की अपील से पहले हजारों बार सोचना चाहिए था। लोग इस मामले में न्याय की उम्मीद करते हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को इंदिरा जयसिंह के बयान की निन्दा करनी चाहिए। गौरतलब है कि निर्भया सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या मामले के गुनहगारों- पवन गुप्ता, विनय शर्मा, मुकेश कुमार और अक्षय कुमार- को फांसी की सजा हुई थी और निचली अदालत ने इसके लिए ब्लैक वारंट जारी किया था। कानूनी दावपेंच के कारण यह वारंट संशोधित किया गया है और फांसी के लिए नयी तारीख एक फरवरी मुकर्रर की गयी है।
बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि निर्भया कांड के गुनाहगारों को जुलाई 2017 में सजा हुई थी, लेकिन दो साल तक इसकी आधिकारिक सूचना उन्हें नहीं दी गयी। उन्होंने सवाल किया कि आखिर दिल्ली सरकार की मंशा क्या थी? संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित बीजेपी की दिल्ली इकाई की उपाध्यक्ष शाजिया इल्मी ने आरोप लगाया कि इंदिरा जयसिंह को दिल्ली सरकार की ओर से मुकदमों की पैरवी के लिए कितने रुपए दिए गए हैं, इसका खुलासा किया जाना चाहिए।