भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे में आम आदमी पार्टी के “बेबुनियाद आरोपों” के खिलाफ शनिवार को पार्टी कार्यालय के पास प्रदर्शन किया। दो दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने मामले में मोदी सरकार को क्लीनचिट देते हुए अपने फैसले पर पुनर्विचार के अनुरोध वाली दो याचिकाओं को खारिज कर दिया था।
दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने आप के खिलाफ नारे लगाये। पार्टी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “छवि खराब” करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए भाजपा ने पार्टी से माफी मांगने की मांग की। शुक्रवार को दिल्ली भाजपा ने इस मुद्दे पर माफी मांगने की मांग करते हुए कांग्रेस मुख्यालय के पास प्रदर्शन किया था।
पार्टी ने एक बयान में कहा कि उसने राफेल सौदा मामले में भ्रष्टाचार के “दुर्भावनापूर्ण और निराधार आरोपों” के खिलाफ प्रदर्शन किया। फरवरी में दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने इस विवादित सौदे के संबंध में सीबीआई से प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की “स्वतंत्र जांच” कराने, फाइलों को जब्त करने और गिरफ्तारियां करने की मांग की थी।
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बता दें कि बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2018 के अपने फैसले पर पुनर्विचार से संबंधित दो याचिकाओं को खारिज कर दिया और कहा कि अरबों डॉलर के इस सौदे में निर्णय लेने की प्रक्रिया को लेकर संदेह की कोई गुंजाइश नहीं है। हालांकि एक अलग फैसले में न्यायमूर्ति के. एम. जोसेफ ने कहा कि यह फैसला इस प्रकरण में प्राथमिकी दर्ज करने के लिये दायर शिकायत पर कार्रवाई करने में सीबीआई के लिये बाधक नहीं होगा।