भाजपा के ‘किसान मोर्चा’ ने टीकरी बॉर्डर प्रदर्शन स्थल पर एक महिला कार्यकर्ता पर कथित तौर पर यौन हमले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और प्रदर्शनकारी किसान संगठनों के नेताओं की कथित चुप्पी पर मंगलवार को सवाल उठाए। मोर्चा के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राजकुमार चाहर ने बयान जारी कर मांग की कि प्रदर्शनकारी किसान संगठनों को इस स्थल को खाली कर देना चाहिए क्योंकि कथित अपराध के बाद इसकी शुचित का उल्लंघन हुआ है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि वह आरोपों की जांच करेगा कि इसके कुछ नेताओं को महिला कार्यकर्ता पर कथित यौन हमले की जानकारी थी, जिसकी बाद में हरियाणा के एक निजी अस्पताल में कोविड-19 के कारण मौत हो गई। चाहर ने कहा कि मामले में सभी संदिग्ध फरार हैं और उनके तथा आम आदमी पार्टी के बीच संबंध होने के आरोप लगाए।
उन्होंने कहा, ‘‘ये किसान नेता यह जानते हुए भी क्यों चुप रहे कि इस तरह की घटना हुई है? केजरीवाल क्यों चुप हैं?’’ उन्होंने कहा कि दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। हरियाणा पुलिस ने रविवार को मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया था। टीकरी और सिंघू सहित दिल्ली के विभिन्न बाहरी क्षेत्रों में पिछले वर्ष नवंबर से कृषि कानूनों के विरोध में काफी संख्या में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।
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