केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाए जाने को जनता दल यूनाइटेड ने बदले की कार्रवाई बताया है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने विपक्षी एकता की सकारात्मक पहल से केंद्र की भाजपा सरकार तिलमिलाई हुई है।
उन्होंने कहा कि बदले की भावना के तहत अरविंद केजरीवाल को सीबीआई का नोटिस भेजा गया। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शनिवार को कहा है कि ललन सिंह ने कहा कि देश और देशवासियों को फासीवादी ताकतों से बचाना है। उन्होंने कहा कि 2024 में भाजपा मुक्त भारत होगा।
सिंह ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से शनिवार को ट्वीट कर लिखा कि भारत का संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। केंद्र में सत्तासीन भाजपा सरकार द्वारा विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं के विरूद्ध अपने पालतू तोतों का दुरुपयोग बदस्तूर जारी है।
भारत का संविधान और लोकतंत्र खतरे में है, केंद्र में सत्तासीन भाजपा सरकार द्वारा विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं के विरूद्ध अपने पालतू तोतों का दुरुपयोग बदस्तूर जारी है। अभी 11-12 अप्रैल को विपक्षी एकता के लिए सकारात्मक पहल होते ही तिलमिलाई भाजपाई सरकार के दिलों – दिमाग में बदले की…
— Rajiv Ranjan (Lalan) Singh (@LalanSingh_1) April 15, 2023
उन्होंने कहा कि अभी 11-12 अप्रैल को विपक्षी एकता के लिए सकारात्मक पहल होते ही तिलमिलाई भाजपाई सरकार के दिलों – दिमाग में बदले की भावना भड़क उठी और अरविंद केजरीवाल को सीबीआई का नोटिस मिल गया। सिंह ने कहा कि उन्हें 81 हजार करोड़ रुपये का कॉरपोरेट घोटाला उन्हें दिखाई ही नहीं देता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शुक्रवार को ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर आबकारी नीति मामले में अदालत को झूठे सबूतों से गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आगे दवा करते हुए लिखा कि ये कुछ भी करें, विपक्षी एकता का प्रयास जारी रहेगा। देश और देशवासियों को फासीवादी ताकतों से बचाना है, 2024 में भाजपा मुक्त भारत होगा।
उल्लेखनीय है कि इसी सप्ताह में दिल्ली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता की पहल के तहत अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी। केजरीवाल ने नीतीश की पहल की प्रशंसा भी की थी। नीतीश इस दौरान कांग्रेस और वामपंथी दलों के नेताओं से भी मुलाकात की थी।