नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी की परिवहन व्यवस्था, प्रदूषण एवं जाम के हालात को लेकर आप ने भाजपा पर निशाना साधा है। आप का कहना है कि दिल्ली में जाम एवं प्रदूषण और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बदतर हालत के लिए भाजपा सीधे तौर पर जिम्मेदार है। आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने 2017 में दोबार मेट्रो के किराए में वृद्धि कर दी।
जिसका हमने हर स्तर पर विरोध किया था। हमें पता था कि इसकी वजह से जनता को समस्या होगी। इससे न सिर्फ मेट्रो में राइडरशिप घटेगी बल्कि दिल्ली की सड़कों पर जाम और प्रदूषण की समस्या भी बढ़ेगी। अब दो साल से अधिक का समय बीत चुका है। इसीलिए दिल्ली में बढ़े मेट्रो किराए का सीधा असर राइडरशिप के आंकड़ों पर पड़ा है। भारद्वाज ने दावा किया कि मेट्रो में यात्रियों की संख्या मार्च 2017 के मुकाबले तीन लाख कम हो गई है। कुल मिलाकर राइडरशिप 15 लाख घटी है क्योंकि फेस 3 का काम पूरा हो चुका है।
मार्च 2017 में दिल्ली मेट्रो की राइडरशिप 28 लाख यात्री प्रतिदिन थी जबकि दिसंबर 2018 में यह संख्या सिर्फ 25 लाख रह गई यानि की प्रतिदिन 3 लाख यात्रियों की कमी। जबकि इस अवधि के दौरान दिल्ली मेट्रो की कुल लंबाई 212 किलोमीटर से बढ़कर 327 किलोमीटर हो गई है। यानी 55 प्रतिशत की कुल वृद्धि हुई है। दिल्ली मेट्रो का फेस-3 पूरा होने पर राइडरशिप का निर्धारित लक्ष्य 40 लाख यात्री प्रतिदिन था।
अब फेज 3 पूरा हो चुका है, यदि 25 लाख यात्रियों के हिसाब से देखें तो प्रतिदिन 15 लाख यात्रियों की संख्या में गिरावट आई है। इससे पता चलता है कि मेट्रो किराये में हुई बढ़ोतरी दिल्ली के लिए घातक साबित हुई है। भारद्वाज ने कहा कि पूरे विश्व में जिन भी शहरों में मेट्रो सेवाएं चलाई जाती हैं वहां उनका किराया निर्धारण उस शहर की न्यूनतम मजदूरी के आधार पर किया जाता है। इसके लिए उन्होंने दुनिया के कई देशों के मेट्रो किराये की तुलना करते हुए कहा कि मेट्रो के संचालन का पूरा खर्च गरीब जनता से वसूलने की भाजपा की नीति दिल्ली वालों पर भारी पड़ रही है।