दिल्ली में जल आपूर्ति में कथित कमी को लेकर दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निखिल कुमार को 10 घंटे से अधिक समय तक बंधक बनाने वाले भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस बुलाए जाने के बाद बुधवार तड़के अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया। अधिकारी ने पुलिस बुलाई थी जिसके बाद उन्हें वहां से निकाला गया।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने बताया कि डीजेबी के सीईओ ने पुलिस को बुलाया, जिन्होंने उन्हें बाहर निकाला और घेराव बुधवार तड़के करीब 3:30 बजे समाप्त हुआ।’’ दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने कहा कि वे अपनी क्षमता से अधिक पानी की आपूर्ति कर रहे हैं और उन्होंने भाजपा पर इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
मंगलवार शाम लगभग 5 बजे, भाजपा प्रतिनिधिमंडल डीजेबी के सीईओ कुमार से मिलने पहुंचे, जिन्होंने 6 जून को कार्यभार संभाला था। प्रतिनिधिमंडल में गोयल के अलावा विधायक ओ पी शर्मा और भाजपा शहर इकाई के उपाध्यक्ष जय प्रकाश शामिल थे। लेकिन कुछ ही देर में प्रतिनिधिमंडल ने आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और डीजेबी मुख्यालय जल्द ही एक विरोध स्थल में तब्दील हो गया। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता वाले बोर्ड के पास राष्ट्रीय राजधानी में ‘‘जल संकट’’ से निपटने के लिए कोई योजना नहीं है।