नई दिल्ली : दिल्ली में मंगलवार को नामांकन का अंतिम दिन था। भाजपा की 67 और गठबंधन की तीन सीटों को लेकर मामला साफ हो गया। इस बीच मंगलवार की रात गृहमंत्री अमित शाह प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंच गए। इस मौके पर नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पहले ही से प्रदेश कार्यालय पहुंच चुके थे। जानकारी के मुताबिक जेपी नड्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद यह उनकी प्रदेश भाजपा में पहली बैठक थी।
वहीं अमित शाह के स्वयं प्रदेश कार्यालय पहुंचने से माना जा रहा है कि नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद से पार्टी बुधवार को युद्ध स्तर पर मैदान में उतरने जा रही है। चर्चा है कि दो घंटे तक चली इस बैठक में चुनावी रणनीति पर बारी-बारी से सभी के साथ विचार विमर्श किया गया। पार्टी बुधवार से आम आदमी पार्टी को घेरने के लिए पूरी तरह से आक्रामक होकर कूदेगी। दिल्ली में कम संख्या वाली करीब पांच हजार छोटी सभाएं होने जा रही हैं।
इन सभाओं में दो सौ से तीन सौ के करीब संख्या रहेगी और मकसद यह रहेगा कि सभी विधानसभाओं में भाजपा के राष्ट्रीय नेता, केन्द्रीय मंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री सीधे जनता से संवाद करें जिससे वे केन्द्र की योजनाओं को लेकर भी जनता के बीच विस्तार से जानकारी दे सकें। केन्द्रीय मंत्री और शीर्ष नेताओं के दिल्ली की जिम्मेदारी थामने से पार्टी जन-जन से जुड़ने का अभियान चलाएगी।
करीब दो सप्ताह की कड़ी मेहनत ही सफलता दिलवा पाएगी। इसके लिए पार्टी कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती है। बैठक में केन्द्रीय मंत्री व दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, दिल्ली के प्रभारी श्याम जाजू, प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी सहित दिल्ली के सांसद और प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन सहित प्रदेश के कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे।