दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाकों में भड़की हिंसा अब शांत हो चुकी है। हिंसा के कारण रद्द हुई बोर्ड परीक्षाएं पुनः प्रारम्भ हो चुकी है। सोमवार को कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्र और छात्राएं परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने पहुंचे। इस दौरान हिंसा प्रभावित खजूरी खास में परीक्षा देने पहुंचे छात्र और छात्राएं को दिल्ली पुलिस के एसएचओ और एसीपी अशोक कुमार ने गुलाब का फूल देकर “All The Best ” कहा।
वहीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कक्षा 12वीं और 10वीं परीक्षा के लिए 2888 छात्र पंजीकृत थे। जिसमें से, 2837 उम्मीदवार उपस्थित हैं और 51 छात्र अनुपस्थित हैं। इस परीक्षा में आज दिल्ली के उत्तर-पूर्वी हिस्सों के केंद्रों में 98.2% से अधिक उपस्थिति दर्ज की है। परीक्षा डेट शीट के अनुसार राजधानी में आज 12वीं के छात्र फिजिक्स की परीक्षा देंगे। वहीं 10वीं के छात्र म्यूजिक की परीक्षा देने एग्जाम सेंटरों पर पहुंचे।
परीक्षा में देरी के कारण कई पेशेवर कोर्स में प्रवेश के अवसर हो सकते हैं प्रभावित
सीबीएसई ने रविवार को कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में बोर्ड परीक्षाएं कराने में और देरी से मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे पेशेवर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के छात्रों के अवसर प्रभावित हो सकते हैं। सीबीएसई के अधिकारियों ने कहा कि बोर्ड उन छात्रों के लिए फिर से परीक्षा कराने को तैयार हैं जो उत्तरपूर्वी दिल्ली में हिंसा के चलते तय कार्यक्रम के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं में नहीं बैठ पाये थे।
बोर्ड ने स्कूल के प्राधानाध्यापकों से ऐसे छात्रों की सूची मांगी है। सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘बोर्ड का मानना है कि 12 वीं की परीक्षाएं कराने में और देरी से मेडिकल, इंजीनियरिंग, कानून और अन्य पेशेवर पाठ्यक्रमों और स्नातक में प्रवेश के अवसर प्रभावित हो सकते हैं।’’ बोर्ड ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्से में 29 फरवरी तक कक्षा 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी थी। इलाकों में सात मार्च तक स्कूल बंद हैं।